End to End encryption के लाभ और हानि क्या है ?

End to End Encryption ( E2EE ) ऐसा टेक्नोलॉजी है जिसका उपयोग संचार प्रणाली (मोबाइल, कंप्यूटर इत्यादि) में किया जाता है, इस टेक्नोलॉजी का उपयोग करने से कोई हैकर या अन्य अज्ञात व्यक्ति किन्ही दो लोगों के बीच की बातों को नहीं सुन सकता है।

हेलो दोस्तों, आज हम लोग बात करेंगे। End to End Encryption Technology क्या होता है? Whatsapp में End to End Encryption Technology क्यों उपयोग होता है? इनके बारे में सभी प्रकार का सवालों का जवाब आपको इस पोस्ट में मिल जाएगा कृपया इसे आप ध्यान से पढ़ें।

End to End Encryption क्या होता है?

जब हम लोग अपने मोबाइल से किसी से बात करते हैं तो कोई भी हैकर हमारी बातों को आसानी से हैक करके सुन सकता है और उसे रिकॉर्ड भी कर सकता है।

अगर हमारी बातें आम दिनचर्या पर होती हैं तो इन्हें कोई भी सुनें हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है।

लेकिन वहीं हमारी कुछ व्यक्तिगत बातें कोई सुनता है या रिकॉर्ड करता है और उसे अपने फायदे के लिए उपयोग भी करता है तो हमें काफी मुश्किलें होती है।

हम लोगों में से कुछ लोगों की बातें इतनी सीक्रेट और व्यक्तिगत होती है, जिसका उपयोग करके हैकर हमें ब्लैकमेल करने के लिए भी कर सकते हैं।

जानबूझकर या अनजाने में हम बहुत से ऐसे महत्वपूर्ण जानकारियां ऑनलाइन एक दूसरे को शेयर करते रहते हैं, जैसे पासवर्ड, OTP, फोटोग्राफ, हस्ताक्षर इत्यादि।

कोई भी हैकर इन जानकारियों को अपने फायदे के लिए उपयोग करके लोगों का भारी भरकम नुकसान पहुंचा सकते हैं।

इंटरनेट के महासागर में हैकरों से बचने के लिए सिक्योरिटी का होना बहुत ही आवश्यक है।

इन सभी समस्याओं से उभरने के लिए बड़े-बड़े इंजीनियरों ने End to End Encryption नामक टेक्नोलॉजी का खोज किया।

हालांकि हर जगह इस टेक्नोलॉजी का उपयोग नहीं किया जाता है, लेकिन धीरे-धीरे इसका विस्तार हो रहा है।

अब व्हाट्सएप भी इस टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रहा है। जिसकी मदद से जब हम किसी से बातें करते हैं तो हमारी बातें या मैसेज या फिर वीडियो कॉल्स कोई भी हैकर ना ही सुन सकता है और ना ही देख सकता है।

इसलिए आप अपनी व्यक्तिगत बातों को व्हाट्सएप के माध्यम से जारी कर सकते हैं। इसमें आपको किसी भी प्रकार की जानकारी बिना आप की सहमति से लीक होने का डर नहीं रहता है।

End to End Encryption टेक्नोलॉजी कैसे काम करता है?

End to End Encryption टेक्नोलॉजी से पहले जब हम कोई मैसेज किसी व्यक्ति को भेजते थे तो वह मैसेज सबसे पहले एक सर्वर (server) पर जाता था उसके बाद जिसे भेजते थे उसके मोबाइल में जाता था।

ज्यादातर हैकर सरवर पर घात लगाकर बैठे रहते हैं जब भी कोई जानकारी सरवर से होकर गुजरती है उसे अपने कंप्यूटर में पकड़ (store) लेते हैं।

सरवर (server) क्या होता है?

सरवर एक ऑनलाइन स्टोरेज की तरह काम करता है। हर कंपनी का अपना अलग-अलग सरवर होता है। जहां पर यह कंपनियां अपना डाटा स्टोर करती हैं। जैसे फेसबुक का अलग सरवर होता है, व्हाट्सएप का अलग सरवर होता है, गूगल का अलग सरवर होता है। ऐसे ही सभी कंपनियां अपना डाटा स्टोर करने के लिए सरवर का उपयोग करते हैं।

End to End Encryption टेक्नोलॉजी के बाद जब हम किसी को मैसेज भेजते हैं तो वह मैसेज सरवर के माध्यम से ही उस व्यक्ति के पास जाता है। लेकिन सरवर पर घात लगाकर बैठे हुए हैकर उस मैसेज को समझ नहीं पाते हैं। क्योंकि वह मैसेज (Encrypted) इंक्रिप्टेड अर्थात सिक्योरिटी कोड में बदल जाता है।

ऐसे सिक्योरिटी कोड को कोई भी बड़े से बड़ा हैकर इसे हैक नहीं कर सकता है।

अगर मैं किसी को फेसबुक लिखकर भेजता हूं, तो यह (Facebook) सर्वर पर जाकर सिक्योरिटी कोड (£&#%¢¥€π~*&) में बदल जाएगा।

जिससे कोई भी हैकर इसे समझ नहीं पाएगा।

Massage:- Facebook

Encrypted (Security) code:- £&#%¢¥€π~*&

इस तरह से End to End Encryption कार्य करता है।

अगर आप कुछ समझने में असमर्थ हैं तो आप कमेंट में अवश्य पूछ सकते हैं। आपको जरूर उत्तर मिलेगा।

इसे भी पढ़ें:-

क्या Facebook Massenger भी End to End Encryption टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है?

फेसबुक मैसेंजर पूरी तरह से End to End Encryption टेक्नोलॉजी पर कार्य नहीं करता है। यह Half Encryption टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है।

  1. जब हम फेसबुक मैसेंजर द्वारा किसी को मैसेज भेजते हैं तो वह मैसेज सबसे पहले सिक्योरिटी कोड में बदल जाता है।
  2. वह सिक्योरिटी कोड फेसबुक के सर्वर पर स्टोर हो जाता है।
  3. फेसबुक उस सिक्योरिटी कोड को फिर से असली मैसेज में बदल देता है, इसके बाद जिसको हम मैसेज भेजते हैं उसे वही मैसेज भेज देता है।
  4. इस तरह से आपके द्वारा भेजा गया मैसेज, फेसबुक के अलावा कोई अन्य हैकर नहीं पढ़ सकता है।
  5. फल स्वरूप, आपके द्वारा भेजा गया मैसेज फेसबुक और आप जिसको भेज रहे हैं वह देख सकता है। इस प्रकार फेसबुक मैसेंजर पूरी तरह से इंक्रिप्टेड नहीं है।

WhatsApp End to End Encryption टेक्नोलॉजी पर कैसे कार्य करता है?

WhatsApp पूरी तरह से End to End Encryption टेक्नोलॉजी पर कार्य करता है। इसे Full Encryption टेक्नोलॉजी भी कह सकते हैं।

  1. जब हम व्हाट्सएप द्वारा किसी को मैसेज भेजते हैं तो वह एक सिक्योरिटी कोर्ट में बदल जाता है। अब हम इतना तो जानते हैं।
  2. यह कोर्ट जब व्हाट्सएप के सरवर पर जाता है तो वहां भी सिक्योरिटी कोड में ही स्टोर होता है।
  3. हम जिसको मैसेज भेजते हैं उसके मोबाइल में यस सिक्योरिटी कोड फिर से मैसेज में बदल जाता है।
  4. इस तरह से हमारे द्वारा भेजा गया मैसेज हैकर के साथ-साथ व्हाट्सएप भी नहीं देख सकता है।
  5. फल स्वरूप, हम जिसको मैसेज भेजते हैं सिर्फ वही व्यक्ति हमारे द्वारा भेजा गया मैसेज पड़ सकता है।

End to End Encryption टेक्नोलॉजी के लाभ:-

  • End to End Encryption टेक्नोलॉजी को बड़े-बड़े सिक्योरिटी इंजीनियर तथा कंपनियां अपना रही है।
  • इस टेक्नोलॉजी के कारण हम अपनी व्यक्तिगत बातें व्यक्तिगत रख पाएंगे।
  • कोई भी हैकर हमारी कीमती जानकारी को चुरा नहीं सकता है।
  • कोई भी जासूस जो हमारे ऊपर 24/7 जासूसी करता है वह भी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाएगा।
  • तेजी से बढ़ती हुई इंटरनेट की दुनिया में यह टेक्नोलॉजी बहुत ही कामयाब और किफायती साबित हुई है।

End to End Encryption टेक्नोलॉजी की हानि:-

  • इस टेक्नोलॉजी का उपयोग बड़े-बड़े अपराधी अपने मंसूबों को कामयाब करने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
  • हमारी गवर्नमेंट सिक्योरिटी कंपनिया इस टेक्नोलॉजी के कारण अपराधियों की जासूसी नहीं कर सकती है।
  • जिससे बड़े-बड़े अपराधी प्लानिंग करके किसी भी देश को भारी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
  • यही कारण है कि अमेरिका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश इस टेक्नोलॉजी को अपनाने से इंकार कर रहे हैं।
  • क्योंकि इन देशों में बड़े बड़े अपराधियों को उनके ऊपर जासूसी करके ही पकड़ा जाता है।

निष्कर्ष (Coclusion):-

सभी End-to-End Encryption टेक्नोलॉजी उपयोगकर्ता के सुरक्षा के लिए उपयोग किया जाता है।

बहुत सारे हैकर्स ग्रुप हमारी डाटा को बीच में से हैक करके चुरा लेते हैं। जिससे हमारी प्राइवेसी पर हमेशा खतरा बना रहता है।

इसलिए प्राइवेसी को नजर में रखते हुए End to End Encryption technology का उपयोग किया जाता है।

Default Browser: Default Web Browser क्या होता है?

Default web browser क्या होता है? आपके कंप्यूटर या मोबाइल में एक “Default” web browser का विकल्प होता है। जिसकी मदद से किसी भी ब्राउज़र को Default Web Browser के रूप में सेट कर सकते हैं। जब आप अपने मोबाइल/कंप्यूटर में किसी लिंक पर क्लिक करते हैं तो वह लिंक आपकी डिफॉल्ट वेब ब्राउज़र में ही खुलता (Open) है।

अगर आपके मोबाइल या कंप्यूटर में एक या एक से अधिक वेब ब्राउज़र होता है तो आप उनमें से अपने पसंदीदा ब्राउज़र को Default Browser सेट कर सकते हैं। कैसे सेट करें? इसे हम आगे अवश्य देखेंगे।

Web Browser क्या होता है?

Default web browser kya hota hai
Default Web Browser set karne ke steps

Default Web Browser क्या है? इसे समझने के लिए सबसे पहले Web Browser क्या होता है? इसे हम स्पष्टता से और सरलता से समझने का प्रयास करते हैं।

सबसे पहले हम इसके मूल शब्द से ही शुरुआत करते हैं।

Web Browser यह दो अंग्रेजी शब्दों से मिलकर बना है।

वेब (Web) का मतलब होता है इंटरनेट का जाल। जो आजकल बहुत ही तेजी से प्रगति कर रहा है।

ब्राउज़र यह एक अंग्रेजी शब्द है जिसका मतलब होता है किसी भी चीज को ढूंढना।जब हम इन दोनों शब्दों को एक साथ मिला देते हैं तो वेब ब्राउज़र (Web Browser) कहलाता है, जिसका संपूर्ण अर्थ है इंटरनेट पर किसी भी चीज को ढूंढना।

ब्राउज़र एक एप्लीकेशन/सॉफ्टवेयर है जिसकी मदद से इंटरनेट पर उपस्थित जानकारियों को मोबाइल या कंप्यूटर में देखा जाता है।

इंटरनेट से जानकारी निकालने वाले हर इलेक्ट्रॉनिक यंत्र (Mobile/Computer) में ब्राउज़र का उपयोग किया जाता है। ब्राउज़र के बिना इंटरनेट से जानकारी निकालना नामुमकिन के समान है।

मोबाइल, लैपटॉप/डेस्कटॉप, टेबलेट इत्यादि इलेक्ट्रॉनिक यंत्र में एक ही कंपनी के अलग-अलग प्रकार के वेब ब्राउज़र का उपयोग किया जाता है।

5 Best वेब ब्राउज़र के लिस्ट कुछ इस प्रकार हैं?

वैसे देखा जाए तो Play Store/App store पर हजारों की संख्या में वेब ब्राउज़र उपलब्ध है। लेकिन इनमें से कुछ ही वे ब्राउज़र फास्ट (Fast) तथा सिक्योर (Secure) है। जिसका उपयोग हम अपनी व्यक्तिगत कामों के लिए भी कर सकते हैं।

Top 5 फास्ट और सिक्योर वेब ब्राउज़र जिसका उपयोग आप डिफॉल्ट ब्राउजर के रूप में भी कर सकते हैं।

1. Google Chrome(2008)

  1. गूगल की तरफ से क्रोम वेब ब्राउजर को लांच किया गया। यह दुनिया में सबसे ज्यादा प्रसिद्ध वेब ब्राउज़र है। ज्यादातर लोग क्रोम वेब ब्राउजर का ही उपयोग करते हैं।
  2. क्रोम ब्राउज़र में बढ़ावा (Extension) जोड़ने की भी विकल्प होता है, जिसकी मदद से हम गूगल पर अपने मन मुताबिक चीजों को आसानी से सर्च कर सकते हैं।
  3. गूगल क्रोम ब्राउजर का कुछ मुख्य सुविधाएं –>
  • प्राइवेट तथा सुरक्षित ब्राउजिंग अनुभव
  • तेज़ी से स्टार्ट होना।
  • पासवर्ड सुरक्षित रखना।
  • अनुकूलन अपडेट होना।

2. Mozilla Firefox(2004)

  1. ‌Mozila Firefox को मोजिला फाउंडेशन द्वारा बनाया गया है। सिक्योरिटी के मामले में मोज़िला फायरफॉक्स ब्राउजर को काफी उत्तम ब्राउज़र माना गया है।
  2. गूगल क्रोम की तरह इसमें भी एक्सटेंशन का विकल्प होता है। लेकिन मुझे ला फायरफॉक्स में एक अधिक विकल्प होता है जिसकी मदद से यूजर इंटरफेस को चेंज कर सकते हैं। लैपटॉप या कंप्यूटर के लिए यह ब्राउज़र सबसे अच्छा ब्राउज़र माना जाता है।
  3. मोज़िला फायरफॉक्स वेब ब्राउज़र की कुछ विशेषताएं –>
  • रेगुलर अपडेट आते रहना।
  • सिंपल, सिक्योर और यूजर फ्रेंडली होना।
  • फेक वेबसाइट से सूचित करना।

3. Opera Web Browser(1995)

  1. Opera Web Browser मोबाइल उपयोगकर्ताओं के लिए काफी उपयोगी ब्राउज़र माना गया है।
  2. इस वेब ब्राउज़र में पेज को zoom भी किया जा सकता है। जिससे छोटे-छोटे अक्षरों को देखने में आसानी होती है।
  3. Opera Web Browser की कुछ विशेषताएं —>
  • ईमेल से संबंधित कामों के लिए उपयुक्त।
  • छोटे-छोटे अक्षरों को जूम करके देखना।
  • मोबाइल के लिए अनुकूल ब्राउजर।

4. Safari Web Browser(2003)

  1. Safari Web Browser को एप्पल कंपनी द्वारा खासकर आईफोन तथा मैकबुक उपयोगकर्ताओं के लिए बनाया गया था।
  2. इसका ज्यादातर उपयोग मैकबुक में किया जाता है। उपरोक्त अन्य ब्राउज़र की तुलना में यह ब्राउज़र एप्पल प्रोडक्ट उपयोगकर्ताओं को एक खास अनुभव देता है।
  3. सफारी पर ब्राउज़र की कुछ मुख्य विशेषताएं —>
  • आधुनिक वेब ब्राउज़र अनुभव।
  • किसी अन्य ब्राउज़र के बुकमार्क की जानकारियों को उपयोग करना।
  • प्राइवेट ब्राउजिंग के लिए सर्वोत्तम।

5. Internet Explorer(1995)

  1. Internet Explorer को माइक्रोसॉफ्ट कंपनी द्वारा बनाया गया था। इसे बहुत ही पुराना तथा पॉपुलर ब्राउज़र माना जाता है।
  2. इस ब्राउज़र में रिलोडिंग टाइम अधिक होने के कारण यह लोगों से धीरे-धीरे दूर होने लगा। लेकिन अभी भी बहुत से लोग इस ब्राउज़र को उपयोग करते हैं।
  3. इंटरनेट एक्सप्लोरर की कुछ प्रमुख विशेषताएं —>
  • अनुकूलन उपयोगी।
  • माउस से संबंधित उपयोग।
  • सबसे पुराना तथा प्रसिद्ध वेब ब्राउज़र।

Default Web Browser क्या होता है?

जब हम अपने फोन या कंप्यूटर में किसी लिंक पर क्लिक करते हैं, तो वह लिंक जिस भी वेब ब्राउज़र में खुलता है उसे Default Web Browser कहा जाता है।

अगर आपके मोबाइल/कंप्यूटर में दो या दो से अधिक वेब ब्राउज़र है, उनमें से किसी एक ब्राउज़र को उपयोग करना पसंद करते हैं। तो उसे डिफॉल्ट ब्राउजर की तरह सेट कर सकते हैं।

जब आप मोबाइल या कंप्यूटर में किसी लिंक पर क्लिक करते हैं तो आपके सामने आपके डिवाइस में जितने भी ब्राउज़र रहते हैं उसका विकल्प आ जाता है।

इनमें से आप किसी ब्राउजर को सिलेक्ट करके उस लिंक को ओपन कर लेते हैं। इस स्थिति में आपके मोबाइल में कोई भी ब्राउज़र डिफॉल्ट ब्राउजर के रूप में सेट नहीं रहता है।

आप अपने मन मुताबिक किसी भी वे ब्राउज़र को डिफॉल्ट वेब ब्राउज़र की तरह उपयोग कर सकते हैं।

किसी भी Web Browser को Default Browser कैसे सेट करें?

Default web browser kya hota hai
Default Web Browser set karne ke steps

अगर आप अपने मोबाइल में किसी भी ब्राउज़र को Default Web Browser के रूप में सेट करना चाहते हैं।

तो नीचे बताए गए स्टेप्स को ध्यान पूर्वक फॉलो करें —>

  1. सबसे पहले अपने मोबाइल(Android) में सेटिंग Open करें।
  2. सेटिंग में ही Apps Management/Manage Apps क्लिक करें।
  3. दाहिने तरफ ऊपरी कोने में तीन बिंदु (3 dot’s) पर क्लिक करें।
  4. अब आप Default Apps पर क्लिक करने के बाद Browser पर क्या करें।
  5. आपके मोबाइल में जितने भी ब्राउज़र रहेंगे उन सभी Browsers के लिस्ट आपके सामने आ जाएगा।
  6. इनमें से आप अपने मनचाहे वेब ब्राउज़र को Default Web Browser के रूप में सेट कर सकते हैं।
  7. अगर अभी भी आपको किसी भी प्रकार की परेशानी हो रही है तो आप कमेंट में अवश्य पूछे। आपकी पूरी मदद की जाएगी।

अलग-अलग प्रकार के मोबाइल कंपनियों में डिफॉल्ट ब्राउजर सेटिंग का विकल्प अलग होता है।

इससे आपको घबराने की कोई बात नहीं है। आप अपने मोबाइल का नाम कमेंट में लिखकर हमसे सवाल पूछ सकते हैं। आपको जरूर उत्तर मिलेगा।

इसे अवश्य पढ़ें :-

आपके मोबाइल की यह सेटिंग दुर्घटना के समय वरदान साबित होगा।

आपने क्या सीखा :-

इस आर्टिकल के माध्यम से आपने वेब ब्राउज़र के बारे में लगभग हर चीज को समझ लिया है। जैसे कि

डिफॉल्ट वेब ब्राउज़र क्या होता है?

5 बेस्ट वेब ब्राउज़र जिसे हम डिफॉल्ट ब्राउज़र के रूप में उपयोग कर सकते हैं।

आपने यह भी सीख लिया कि किसी भी मनचाहे वेब ब्राउज़र को डिफॉल्ट ब्राउजर की तरह कैसे उपयोग करें?

  • Google Chrome
  • Mozilla Firefox
  • Opera web browser
  • Safari web browser
  • Internet explorer

आपने इन सभी‌ ब्राउज़र्स के बारे में संक्षिप्त में जरूरत योग्य जानकारी प्राप्त कर लिया है।

जो वेब ब्राउज़र के बारे में आपके ज्ञान को अधिक ऊंचाइयों तक पहुंचाएगा।

इस आर्टिकल से संबंधित आपके मन में कोई भी सवाल तथा शिकायत है तो आप कमेंट में अवश्य पूछें। आपको अवश्य रिप्लाई मिलेगा।

Instagram का बादशाह Dan bilzerian कौन है?

आप हमें ईमेल भी कर सकते हैं —>

askhamarahindi@gmail.com

नेटवर्क मार्केटिंग: Network Marketing or MLM join नहीं करना चाहिए?

क्या आप भी अपने जीवन में किसी ऐसे व्यक्ति से मिल चुके हैं जो खुद मोटरसाइकिल पर आता है और BMW जैसे फोर व्हीलर (four wheeler) गाड़ियों की सपने दिखा जाता है।

अगर हां, तो आप फंस चुके हैं और अगर नहीं, तो आप जीवन में कभी ना कभी जरूर फसेंगे।

इसके लिए आप सावधान हो जाएं और इस पोस्ट को ध्यानपूर्वक पढ़ें। आपको सब कुछ समझ में आ जाएगा।

आप इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं तो इसका मतलब है कि आप यह जानना चाहते हैं नेटवर्क मार्केटिंग या MLM ज्वाइन करें या नहीं? और क्यों ज्यादातर लोग नेटवर्क मार्केटिंग में सफल नहींं हो पाते हैं? और भी ऐसे ही इससे जुड़े हुए सभी सवालों का जवाब आपको मिल जाएगा।

नेटवर्क मार्केटिंग को ही MLM (Multi Level Marketing) कहा जाता है। कृपया आप इन दोनों में कंफ्यूज ना हो। नेटवर्क मार्केटिंग को कभी-कभी विवादित परियोजना भी कहाा जाता है।

बहुत सारी कंपनियां लोगों में अपनी प्रसिद्धि को तेजी से बनाने के लिए नेटवर्क मार्केटिंग जैसे व्यापारिक तरीके का उपयोग करते हैं। इसमें ज्यादातर लोग फंस भी जाते हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग पिरामिड की संरचना के आधार पर कार्य करती है। पिरामिड के सबसे ऊपरी भाग वाले लोगों को ही इस कंपनी से मुनाफा होता है। पिरामिड के निचले भाग वाले लोग अपनी नेटवर्क जल्दी नहीं बना पाते हैं जिससे इन्हें ज्यादा फायदा नहीं होता है। या कहे इन्हें नुकसान भी उठाना पड़ता है।

Network marketing Pyramid shape

क्या आप भी नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ने की सोच रहे हैं ? अगर हां, तो मैं आपको बताऊंगा क्यों नेटवर्क मार्केटिंग से आपको नहीं जुड़ना चाहिए।

मैंने भी इस कंपनी को ज्वाइन किया था। कुछ दिनों बाद मुझे इन कंपनियों को निराश होकर छोड़ना पड़ा।

इन तीनों में से एक कंपनी में जल्दी ज्वाइन होने के कारण थोड़ी बहुत लाभ हुआ लेकिन आखिर कर निराशा ही हाथ लगी। क्योंकि कंपनी फ्रॉड निकली। बाकी की दो कंपनियों में मुझे भारी घाटा हुआ था। मैं अपना अनुभव और जांच पड़ताल से निकली हुई जानकारी को आपके साथ साझा करूंगा।

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क्यों नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां बड़ी-बड़ी फेंकती है?

इन कंपनियों को फेंकने के बहुत से कारण है। सबसे मुख्य कारण यह है कि कानूनी तौर पर इसे गलत नहीं माना जाता है।

आपने बड़े-बड़े प्रचार (Advertisement) कंपनियों को देखा होगा वे कंपनियां झूठा प्रचार दिखाकर लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है।

इसी प्रकार नेटवर्क कंपनियां बड़े-बड़े सपने दिखाकर लोगों को इसमें जुड़ने के लिए बाधित करते हैं।

अब पैसा कौन नहीं कमाना चाहता है, इन कंपनियों के लुभावनी बातें, बड़े-बड़े सपने दिखाना, 20 – 25 हजार कमाने वाले व्यक्तियों को लाखों रुपए कमाने के सपने इत्यादि इसी तरह के जाल में फंस कर लोग अपना नुकसान कर बैठते हैं।

नेटवर्किंग कंपनीयां कैसे काम करती है?

इसको मैं एकदम सरल भाषा में आप को समझाने का प्रयास करता हूं,

मान लीजिए आप कोई नेटवर्किंग कंपनी ज्वाइन करने जा रहे है, इस कंपनी को ज्वाइन करने के लिए आपको ₹10 हजार देने पड़ते हैं। और आपने बड़ी-बड़ी बातों के बहकावे में आकर ₹10 हजार देकर इस कंपनी को ज्वाइन कर लिया है।

शुरुआती दौर में यह कंपनियां आपके उन ₹10 हजार रूपए में से कुछ आपको देंगे। जैसे हर महीने हजार रूपए देना, या फिर हर दिन ₹50-₹100 देना इत्यादि। यह अलग-अलग कंपनी का अलग-अलग मापदंड होता है। इससे आप खुश हो जाएंगे। धीरे-धीरे करके आपको ₹5000 देंगे। उसके बाद आपको काम दिया जाएगा।

अलग-अलग कंपनियों के अलग-अलग काम होते हैं। कुछ कंपनियां अपने प्रोडक्ट को बेचने के लिए बोलती हैं तो कुछ कंपनियां और भी बड़ी नेटवर्क बनाने के लिए बोलती हैं जिसमें और लोगों को अपने साथ जोड़ना रहता है।

अगर आप इन कंपनियों के बताए गए कार्य को पूरा नहीं करते हैं तो आपका पैसा रोक दिया जाता है। कार्य पूरा होने पर ही आपको पैसे दिए जाते हैं।

यह तो मेरे साथ हुई घटना आपको बताया है। लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी नहीं भी हो सकती है। कोई और कंपनी आप की पसंद के काम भी दे सकती हैं। यह कंपनियां अपने मार्केट को बढ़ाने के लिए हर पैंतरे का उपयोग करती है।

इसे पढ़े…।

नेटवर्क मार्केटिंग के लाभ :-

कुछ ऐसे लोग हैं जो नेटवर्क मार्केटिंग से बहुत ज्यादा पैसे कमाते हैं। अगर आप किसी कंपनी को उस कंपनी के शुरुआती दौर में ही ज्वाइन कर लेते हैं तो आपको बहुत फायदा देखने को मिलेगा।

जब आप किसी कंपनी को देर से ज्वाइन करते हैं तो आपको लोगों का बहुत बड़ा नेटवर्क बना होता है तभी आपको पैसे मिलने स्टार्ट होंगे। यह कार्य ज्यादातर लोग नहीं कर पाते हैं जिससे असफल और निराश होकर नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी को ही दोष देते हैं।

हालांकि कुछ धोखाधड़ी कंपनियांं है जो लोगोंं के पैसे लेकर भाग गई थी। लोग इसलिए भी नेटवर्क मार्केटिंग में नहींं जाना चाहते हैं।

नेटवर्क कंपनी ज्वाइन करना क्यों बेकार है?

नेटवर्क कंपनी को ज्यादातर लोगों के लिए बेकार कंपनी साबित हुई है। यह मैं खुद अपने मन से नहीं कह रहा हूं। व्यापार के बारे में बड़े-बड़े जानकारी रखने वाले लोग इस बात को कहते हैं।

Federal trade commission यह बहुत बड़ी रिसर्च संस्था है। इन्होंन नेटवर्क मार्केटिंग के बहुत सी कंपनियों में रिसर्च किया था।

Federal Trade Commission इस वेबसाइट के मुताबिक लगभग एक या दो पर्सेंट लोग हैं जो नेटवर्क मार्केटिंग में अच्छे पैसे कमा पाते हैं। इन्हीं एक या दो पर्सेंट लोगों को देखकर लगभग 99 पर्सेंट लोग बिना सोचे समझे नेटवर्क मार्केटिंग में घुस जाते हैं।

अपना नेटवर्क का विस्तार न कर पाने के कारण ज्यादातर लोग नेटवर्क मार्केटिंग में असफल हो जाते हैं। इसलिए अधिकतर लोग नेटवर्क मार्केटिंग को ज्वाइन नहीं करना चाहते हैं।

आप किसी भी कंपनी को ज्वाइन करने से पहले उस कंपनी के बारे में संपूर्ण जानकारी इकट्ठा कर लें। जैसे,

  • कंपनी की उत्पत्ति।
  • कंपनी के संस्थापक और सह-संस्थापक।
  • कंपनी की मार्केट मूल्यांकन।
  • कंपनी की Term and Condition।
  • कंपनी का क्रय और विक्रय।
  • कंपनी कितनी साल पुरानी है।
  • कंपनी के काम करने की पद्धति इत्यादि।

इन सभी मूल्यों को अच्छे से समझ कर इनके बारे में पूरी जानकारी लेकर ही आप कोई भी MLM कंपनी ज्वाइन करते हैं तो आपके साथ धोखाधड़ी होने के मौके बहुत ही कम हो जाते हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग के कारण रिस्तों में मनमुटाव

ज्यादातर लोग अपना नेटवर्क बढ़ाने के लिए सबसे पहले अपने सहयोगियों तथा रिश्तेदारों से ही संपर्क करते हैं। उनके सहयोगी तथा रिश्तेदार इन्हें अपना मान कर नेटवर्क कंपनी ज्वाइन कर लेते हैं।

ये लोग यह नहीं जानते हैं कि नेटवर्क मार्केटिंग से ज्यादा पैसे कमाने के लिए आप को भी ज्यादा से ज्यादा लोगों का नेटवर्क बनाना पड़ता है। सहयोगी तथा रिश्तेदार नेटवर्क बनाने की ओर बिल्कुल ध्यान नहीं देते हैं। जिससे उन्हें पैसे नहीं मिलते हैं।

आगे चलकर उन्ही रिश्तो में मनमुटाव उत्पन्न हो जाता है। भविष्य में किसी बात पर विश्वास करने पर भी सवाल उठता है। लोगों के मन में आंतरिक घृणा भी उत्पन्न होने लगता है। जो कोई भी समाज के लिए मान्य नहीं है।

नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन करें या नहीं?

नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन करें या नहीं? यह सवाल तो हर व्यक्ति के मन में आता है।

इसका एक सरल सा जवाब है, अगर आपके अंदर सेल्समैन का काबिलियत है और आप जल्दी से जल्दी नेटवर्क बनाने में सक्षम हो पाते हैं। तो आप नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन कर सकते हैं।

लेकिन वही अगर कोई भी व्यक्ति आपका बात नहीं मानता है, आप सेल्समैन में इतना कारगर नहीं साबित हो पाते हैं। तो आपको कभी भी नेटवर्क मार्केटिंग नहीं ज्वाइन करना चाहिए। क्योंकि अगर सेल्समैन का कौशल है तो उन लोगों में से भी बहुत ही कम लोग सफल हो पाते हैं।

जरूरी बातें:-

ज्यादातर लोग, कुछ लोगों की कामयाबी को देखकर उनके जैसा
बनने का प्रयास करते हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग में एक दो लोगोंं की कामयाबीयों को देेखकर ज्यादातर लोग इस फील्ड में कूद पड़तेे हैं।

लोग यह नहीं देखते हैं। इसमें 98% से ज्यादा लोग असफल हो जाते हैं। सफलता और असफलता का प्रतिशत (ratios) बहुत ही कम होने के कारण नेटवर्क मार्केटिंग में ज्वााइन नहीं करना चाहिए।

Eagle Club 23 की सच्चाई क्या है। पूरी जानकारी

सबसे पहले आप किसी कंपनी को ज्वाइन करने से पहले आप को कम से कम 10 लोगों को ज्वाइन करने के लिए मना लेना चाहिए। ताकि आगे चलकर रिस्क बहुत ही कम हो।

निष्कर्ष :-

नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन करें या नहीं? यह आपके ऊपर है। हमने आपको वह सभी जानकारियां बता दिया है कि जो नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी में कदम रखने से पहले जानना चाहिए।

हमने यह भी विशेष रूप से बता दिया है कि लगभग 1% या 2% लोग ही नेटवर्क मार्केटिंग में सफल हो पाते हैं, बाकी लोग अपने पैसे गवां देते हैं।

अभी भी अगर आपके मन में किसी भी प्रकार का सवाल है, तो आप कमेंट में अवश्य पूछे। आपकी पूरी मदद की जाएगी।

Free Fire Max: India में कब आएगा ? Download link in India, release date, APK version

Free fire Max इंडिया में कब आ गया है। क्या आप Free fire Max डाउनलोड करना चाहते हैं? इस पोस्ट में Free fire Max गेम डाउनलोड करने के लिए डायरेक्ट लिंक दिया गया है। जिसकी मदद से आप फ्री फायर गेम मैक्स आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।

Garena कंपनी सरकार के साथ वार्तालाप कर रही है। कुछ दिनों में Garena कंपनी चीन को छोड़कर भारत में आ गया है ।

free fire Max: यह गेम free fire का एडवांस (advance) वर्जन है। Garena कंपनी ने ग्राफिक्स (Graphics) और अन्य feature को ध्यान में रखते हुए इस गेम को बनाया है।

अगर आप free fire Max और free fire Game को फ्री में डाउनलोड करना चाहते हैं तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें। इस पोस्ट में इसे डाउनलोड करनेे का तरीका बताया गया है।

Free fire Max का ग्राफिक्स पब्जी तथा COD जैसे गेम के तुलनात्मक है । कुछ लोगों का यह मानना है कि यह गेम खिलाड़ियों के बीच अन्य ऑनलाइन गेम की तुलना में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है।

आगे हम इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं।

हेलो दोस्तों, आज हम लोग जानेंगे free fire Max इंडिया में कब आएगा? Free fire Max Launch date in India. इसके लिए कौन सा मोबाइल सबसे अच्छा रहेगा?

free fire Max release date कब हो सकती है। इस तरह के और भी सभी सवालों का जवाब इस पोस्ट में हम लोग जानेंगे।

पूरी जानकारी के लिए कृपया ध्यान पूर्वक पढ़ें।

Free fire Max India में कब आएगा?

free fire Max

Free fire Max India में कब आएगा? इसका निश्चित तारीख (Fix Date) अभी तक नहीं बताया गया है। Garena कंपनी जो free fire की मुख्य कंपनी है। इन्होंने चीन से सभी संबद्ध तोड़कर भारत में पुनः free fire Max गेम लांच करने का निर्णय लिया है।

free fire और free fire Max की तुलना

Free fire max गेम का features अभी के free fire गेम की तुलना में बिल्कुल ही अलग होगा। इस गेम में प्ले जोन का इफेक्ट, गन का फायरिंग इफेक्ट, गेम साउंड क्वालिटी, इत्यादि फीचर्स फ्री फायर की तुलना में अलग होगा।

इसका graphics पूरी तरह से बदल दिया जाएगा। पेड़ पौधे, विभिन्न प्रकार की गाड़ियां, घर इत्यादि सभी चीजें free fire की तुलना में असली दिखाई देगी। जो गेम खेलते समय बहुत ही अच्छा अनुभव मिलेगा।

कभी-कभी हम देखते हैं कि गेम में enemy या हमारे प्लेयर का मुंह कहीं और होता है और वह फायरिंग कहीं और करता है। फ्री फायर मैक्स में इसे बिल्कुल बदल दिया जाएगा।

जो प्लेयर्स जिधर देखेगा उसका फायरिंग निशान उधर चला जाएगा। जिससे गेम खेलने में और भी आसानी होगी।यह गेम आने वाले दिनों में बहुत से ऑनलाइन गेम को टक्कर देगा।

इस गेम में अलग-अलग प्रकार के रिडीम कोड उपलब्ध कराया जाएगा। जिसके वजह से गेम खेलने का अनुभव बढ़ जाएगा।

लगभग सभी लोगों को एक ही फ्री फायर गेम खेल कर मन भर गया है। कुछ लोग तो low graphics, low visual effects, low gaming experience इत्यादि कारणों से free fire गेम को नहीं खेलते हैं।

इसलिए फ्री फायर का एडवांस गेम वर्जन फ्री फायर मैक्स बनाकर लोगों को ऑनलाइन गेम की तरफ झुकाव बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। जो की ऑनलाइन Gamers के लिए बहुत ही अच्छी बात है।

आसानी से Free fire Max डाउनलोड कैसे करें?

आसानी से फ्री फायर गेम डाउनलोड कैसे करें? इस तरह के सवाल बहुत से लोग जानना चाहते हैं।

तो चलिए मैं फ्री फायर गेम डाउनलोड करने के लिए सबसे अच्छा तरीका बताता हूं। जिसमें आपको कोई भी वायरस का खतरा नहीं रहेगा।

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करने से आप Free Fire की अधिकारिक वेबसाइट पर चलें जाएंगे।

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Download Free Fire: Free Fire

Free fire download kaise karen

वहां पर आपको फ्री फायर गेम डाउनलोड करने के लिए दो विकल्प दिखाई देंगे उनमें से दूसरे नंबर वाले विकल्प पर क्लिक करके फ्री फायर गेम डाउनलोड कर सकते हैं।

Free fire Max क्या है?

Garena कंपनी free fire Max गेम को एडवांस गेम बनाने के लिए कार्यरत है। इस एडवांस गेम का नाम रहेगा free fire Max. Garena कंपनी ने अभी हाल ही में घोषित किया था कि यह गेम free fire की तुलना में बहुत ही ज्यादा एडवांस रहेगा।

कुछ लोगों का सवाल है कि क्या free fire और free fire Max दोनों एक ही ऐप है?

जी नहीं, फ्री फायर अलग ऐप है और Free fire Max का एक अलग ऐप है। अभी जो फ्री फायर है वह तो ऐसे ही चलता रहेगा। इसके साथ-साथ एक बिल्कुल नया गेम फ्री फायर मैक्स लॉन्च होगा। जैसे कि उपरोक्त बताया गया है फ्री फायर मैक्स गेम को भी Garena कंपनी ही बना रही है।

फ्री फायर मैक्स इंडिया में कब आएगा? free fire Max release/launch date in India?

free fire Max का Pre-registration 29 August, 2021 से शुरू हो गया है। कंपनी ने अनुसार Free fire Max इंडिया में प्ले स्टोर तथा ऐप स्टोर पर उपलब्ध कर दिया गया है ।

अब प्लेयर्स इस गेम को अपने मोबाइल में डाउनलोड करके खेल सकते हैं। इस गेम के लिए कम से कम 700MB Storage चाहिए।

Download Free Fire Max

Download करने के लिए आप Play Store में Free fire Max सर्च करें। Install पर क्लिक करके सौन्लोड कर लें।

भारत में Free fire Max का Beta वर्ज़न सफल परीक्षण पास कर लिया है। ऐसे लांच भी कर दिया गया है।

Free fire Max डाउनलोड 4.0 APK version

Free fire Max गेम अभी Play Store पर उपलब्ध है। क्योंकि इसका सीधी सी बात है कि अभी India में free fire Max गेम launch हो गया है।

लेकिन यह गेम किसी दूसरे देश जैसे की combodia, Vietnam में लॉन्च हो गया है। कोरोनावायरस के इस महामारी के बाद इस गेम को भारत में लांच कर दिया गया है।

Free Fire max 4.0 APK version आप डाउनलोड कर सकते हैं।

हालांकि इस पर बहुत सारे bug’s और glitch होती है, लेकिन फिर भी अगर आप इसे पसंद करते हैं तो अवश्य डाउनलोड कीजिए।

APK Free Fire Max download करें।

यह दोनों फाइल डाउनलोड करके आप विदेशी Free Fire Max गेम का आनंद उठा सकते हैं।

Free fire Max Game गेम को भारतीय Play Store पर रजिस्टर कर दिया गया है।

आप इसे Play Store पर देख सकते हैं। Install भी कर सकते हैं।

DOWNLOAD APK version यह फाइल 47.53 MB का है और DOWNLOAD OBB version इसका फाइल साइज 1.04 GB का है।

फ्री फायर मैक्स APK version download करने से पहले आप जरूर चेक कर ले कि आपके पास जरूरी इंटरनेट डाटा तथा मोबाइल में स्टोरेज जगह है या नहीं।

अवश्य पढ़ें:-

फ्री फायर मैक्स के लिए कौन सा मोबाइल Best है?

इस गेम का साइज 600 MB से 700 MB के बीच में है तो इसके लिए अगर आपके पास 3 GB या 4 GB रैम वाला फोन है।

तो भी यह गेम चल तो जाएगा लेकिन आपका फोन बहुत ही ज्यादा हैंग करने लगेगा। जिसके कारण गेम खेलते समय आपको चिड़चिड़ापन महसूस होगा।

free fire Garena max के बारे में अधिक जानकारी हेतु इस पोस्ट को पूरा पढ़ें।

Mobile for free fire Max

वहीं अगर आपका फोन 3GB रैम (RAM) वाला है तो आपका गेम 2GB रैम वाले फोन से बहुत ही अच्छा चलेगा और इसमें ठीक-ठाक Gaming experience देखने को मिलेगा।

लेकिन इतना अच्छा खेल का अनुभव (Gaming experience) आपको देखने नहीं मिलेगा।

हालांकि इसका फाइल साइज लगभग 1GB होने के कारण आपके पास 4GB RAM वाला फोन है तो आपका गेम बिल्कुल मक्खन (smoothly) की तरह चलेगा। और इसमें रिएक्शन टाइम (reaction time) भी बहुत ही कम होगा।

रिएक्शन टाइम कम होने की वजह से आप दुश्मन (बंदे) को उसके तुलना में जल्दी देख पाएंगे।

जिसके कारण आप जल्दी फायरिंग करके दुश्मन को मार सकते हैं। आपको गेम में लॅग (lag) होने की शिकायत भी नहीं आएगी।

Free fire Max FAQ:-

Free Fire Download Date कब आएगा ?

free fire Download करने के लिए अभी तक कोई भी निश्चित अधिकारिक तारीख नहीं बताया गया है।

Free fire Max कितने MB है?

Free fire Max लगभग 550MB का है। इसे खेलने के लिए कम से कम 2GB RAM वाले फोन की आवश्यकता होगी। Free fire Max के लिए 4GB RAM वाला मोबाइल सबसे अच्छा रहेगा।

Free Fire Max Game खेलने के लिए कौन सा मोबाइल बेहतर रहेगा?

Free fire Max के लिए 4GB RAM वाला मोबाइल सबसे अच्छा रहेगा। या तो उससे अधिक रैम वाले मोबाइल में मक्खन की तरह चलेगा।

Free fire Max की क्या विशेषताएं (features) हैं?

Free fire Max गेम free fire की तुलना में एडवांस होगा। इसमें सभी चीजों को वास्तविक दिखाने का प्रयास किया गया है।

Conclusion (निष्कर्ष):-

आपने फ्री फायर मैक्स के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त कर लिया है। फ्री फायर मैक्स गेम अभी डाउनलोड नहीं हुआ फिर भी आप इसका एपीके वर्जन डाउनलोड करके खेल सकते हैं।

फ्री फायर मैक्स गेम का साइज फ्री फायर की तुलना में बहुत ही ज्यादा है। फ्री फायर गेम का साइज 600 एमबी के आसपास है, वही फ्री फायर मैक्स गेम का साइज 1GB से भी ज्यादा है।

फाइल साइज ज्यादा होने के कारण free fire Max में गेमिंग एक्सपीरियंस (gaming experience) और ग्राफिक्स (graphics) बहुत ही खूबसूरत होंगे जो खेलने में और भी मजा आएगा।

आप Free fire Max गेम को खेलकर आसानी से पैसे कमा सकते हैं।

अगर आपके मन में इस पोस्ट को लेकर किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप कमेंट में अवश्य पूछे। आपके सभी सवालों का जवाब अवश्य मिलेगा।

Network marketing क्या है? इसे विवादित योजना क्यों कहते हैं?

हेलो दोस्तों, आज हम लोग Network marketing क्या है, Network Marketing in Hindi. इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके विभिन्न प्रकार के प्रश्नों का उत्तर बताएँगे। जो अक्सर लोगों के मन में बार-बार आते हैं।

जैसे कि Network Marketing क्या है? Network Marketing किसे कहते हैं? और Network Marketing किस तरीके से काम करता है? ऐसे ही अनेको सवालों के जवाब आपको मिलेंगे। इसलिए इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े।

दोस्तो मैं आपसे वादा करता हूं कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको नेटवर्क मार्केटिंग से संबंधित कोई भी प्रश्न नहीं करेंगे।

Network Marketing का इतिहास क्या है ?

नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में विस्तार से जानने से पहले Network Marketing के इतिहास के बारे में जानने का प्रयास करते हैं। आखिर नेटवर्क मार्केटिंग कहां से आया है?

Network marketing पद्धति को सबसे पहले 1920 में कैलिफोर्निया के एक विटामिन (Vitamin) नामक कंपनी ने शुरू किया गया था। जो बहुत ही सफल रणनीति साबित हुई थी। इस रणनीति के कारण कंपनी को बहुत ही ज्यादा लाभ प्राप्त हुआ था।

धीरे-धीरे लोग इस मार्केटिंग रणनीति को समझ कर ना अपनी कंपनी में लागू करने लगे।

आगे चलकर इस व्यापारिक योजना का उपयोग पूरी दुनिया में होने लगा है।

भारत में लगभग 1995 में Network Marketing की नींव रखी गई थी। बिजनेस के क्षेत्र में नेटवर्क मार्केटिंग बहुत ही प्रसिद्ध स्ट्रेटजी माना जाता है। आजकल भारत में नेटवर्क मार्केटिंग बहुत ही तेजी से फैल रहा है।

शुरुआती समय में तो इस बिजनेस में कोई भी रूल रेगुलेशन नहीं होता था। लेकिन जब बहुत सारे धोखाधड़ी के केस सामने आने लगे।

तब भारत सरकार ने इस इंडस्ट्री में 12 सितम्बर 2016 को कुछ रूल और रेगुलेशन जारी कर दी। FCCI और KPMG संस्था की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2025 तक नेटवर्क मार्केटिंग लगभग 625 बिलियन अर्थात 62500 करोड़ की इंडस्ट्री हो जाएगी।

जो कि अपने आप में एक बहुत ही बड़ा मार्केट है। जिसे हर कोई कैप्चर करना चाहेगा।

Network Marketing के बहुत से नाम है। जैसे कि Direct Selling Business, Chains System Business इत्यादि।

Network marketing को Multi Level Marketing (MLM) भी कहा जाता है।

Network marketing क्या है?

Network marketing Chain

नेटवर्क मार्केटिंग में लोगों का एक समूह होता है। यह लोग जंजीर (Chain) की तरह आपस में जुड़े (Connected) होते हैं। इस Chain में जितने अधिक लोग जुड़ेंगे कंपनी को उतना ही अधिक फायदा होता है।

लोगों के इस समूह का उपयोग करके कंपनी अपने प्रोडक्ट को बाजार में आसानी से बेच पाती है। प्रोडक्ट को बेचने पर कंपनी कमीशन देती है।

जो व्यक्ति जितना ज्यादा प्रोडक्ट को बेचता है उसे उतना अधिक कमीशन मिलता है।

किसी भी सामान को बेचने के लिए दो मार्केटिंग स्ट्रैटेजिस सबसे कारगर साबित हुई है।

1. पारंपरिक तकनीक (Traditional Marketing) :

Traditional Marketing में कंपनी अपने सामान को डिस्ट्रीब्यूटर, रिटेलर, दलाल इत्यादि जैसे मिडल मैन के माध्यम से प्रोडक्ट को बेचती है। जिसमें उन्हें भारी कमीशन भी देना पड़ता है।

इसके साथ साथ अपने प्रोडक्ट को लोगों के नजरों में लाने के लिए प्रचार-प्रसार भी करना पड़ता है। जिसमें कंपनी को Advertising के नाम पर बहुत पैसे खर्च करने पड़ते हैं।

2. Network Marketing:

Network Marketing में कंपनी को ज्यादा पापड़ नहीं बेलना पड़ता है। क्योंकि मार्केट में चैन की तरह लोगों का एक पूरा जाल बिछा होता है।

कंपनी अपने प्रोडक्ट को इन लोगों के माध्यम बेचती है। प्रोडक्ट बेचने पर इन्हें कमीशन भी मिलता है। लोग जितना ज्यादा प्रोडक्ट बेचते हैं उन्हें उतना अधिक कमीशन मिलता है।

इस प्रकार लोग अधिक कमीशन पाने के लिए ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्ट बेचने का प्रयास करते हैं।

फल स्वरूप कंपनी का प्रोडक्ट बाजार में बिकता है। और कंपनी प्रॉफिटेबल बनती है।

इसे पिरामिड परियोजना भी कहा जाता है। क्योंकि नेटवर्क मार्केटिंग पद्धति में पिरामिड के ढांचे की तरह लोगों का जाल बिछाया जाता है। इस पद्धति का उपयोग व्यापार को बहुत तेजी से बढ़ाने के लिए किया जाता है।

नेटवर्क मार्केटिंग पद्धति में सामान बेचने वालों को कोई सैलरी नहीं दिया जाता है।

जी हां,

इस पद्धति में सैलरी की जगह सेल्समैन को सामान के मूल्यों का कुछ परसेंट का हिस्सा कमीशन के तौर पर दिया जाता है।

उदाहरण के लिए,

अगर किसी वस्तु का मूल्य ₹100 है। कंपनी के अनुसार अगर इस वस्तु को कोई व्यक्ति बेचता है तो उसे 10% परसेंट का कमीशन दिया जाएगा।

मतलब अगर कोई व्यक्ति उस ₹100 की वस्तु को बेचेगा तो उसे 10% अर्थात ₹10 दिया जाएगा।

अगर वह व्यक्ति उस वस्तु के 100 नग (piece) को बेचता है तो उसे ₹1000 दिया जाएगा।

कभी-कभी कोई व्यक्ति बहुत ज्यादा सामान बेचता है तो वह सैलरी की तुलना में पैसे ज्यादा कमा लेता है।

नेटवर्क मार्केटिंग में लोगों की कमाई उनके मेहनत पर निर्भर करता है। जबकि ट्रेडीशनल मार्केटिंग में एक निश्चित सैलरी दिया जाता है।

Network marketing को विवादित व्यापारिक योजना क्यों कहा जाता है?

नेटवर्क मार्केटिंग एक ऐसा मार्केटिंग तकनीकी है जिसमें लाखों लोग पैसे लगाते हैं लेकिन उनमें से सिर्फ कुछ ही लोग सफल हो पाते हैं।

इस मार्केटिंग पद्धति में जो व्यक्ति सबसे पहले किसी नेटवर्किंग कंपनी को ज्वाइन करता है वहीं ज्यादा से ज्यादा पैसे कमा पाता है।

बाकी के जो लोग पिरामिड ढांचे के जितना नीचे रहते है वह उतना ही कम पैसा कमा पाता है।

बहुत से ऐसी कंपनियां हैं जो नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी कर चुकी है। जिसमें लोगों के करोड़ों रुपए लेकर भाग गए हैं।

कंपनियों के इन्हें धोखाधड़ी मामले को देखते हुए कुछ लोग नेटवर्क मार्केटिंग में पैसा लगाना नहीं चाहते हैं।

जो नए लोग हैं जिनको नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में ज्यादा पता नहीं रहता है वह लोग बिना सोचे समझे ऐसे कंपनी में पैसा लगा देते हैं।

Federal Trade Commission वेबसाइट के मुताबिक लगभग 95% से 99% लोग Network marketing में अपने पैसे गवां देते हैं। साफ तौर पर इनका कहना है सिर्फ गिने चुने लोग ही नेटवर्क मार्केटिंग में सफल हो पाते हैं।

इस कंपनी का यह भी मानना है कि बिना सोचे समझे किसी भी कंपनी में अपना पैसा लगाना गलत बात है। सबसे पहले आप जिस कंपनी में अपना पैसा लगा रहे हैं उस कंपनी के बारे में पूरी जानकारी इकट्ठा अवश्य कर ले।

Network marketing को पिरामिड marketing क्यों कहा जाता है?

Network marketing को पिरामिड मार्केटिंग इसलिए कहा जाता है क्योंकि जब लोगों द्वारा नेटवर्किंग बनता है तो एक पिरामिड रुपी संरचना का निर्माण होता है।

Network marketing Pyramid shape

जो कंपनी की शुरुआत करता है वह सबसे ऊपर रहता है उसके साथ 4 लोग जुड़ते हैं फिर इन 4 लोगों में से हर व्यक्ति 2 या 4 अन्य लोगों को जोड़ता है। उपरोक्त फोटो में अच्छे से दर्शाया गया है।

मतलब चार और लोग इस कंपनी के साथ जुड़ गए। इन 4 लोगों में से हर एक व्यक्ति अन्य 4 या अधिक लोगों को जोड़ता है इस तरह से एक बहुत बड़ा जन जाल का निर्माण होता है। जिसके फलस्वरूप पिरामिड की तरह संरचना का निर्माण होता है।

Network marketing में पिरामिड की इसी संरचना के निर्माण होने के कारण इसे पिरामिड मार्केटिंग भी कहा जाता है।

भारत में कौन-कौन से Network marketing कंपनीयां है?

Networking marketing में व्यापार बहुत ही तेजी से विकास करता है। क्योंकि सब लोग ज्यादा पैसे कमाने के लिए जल्दी से जल्दी बहुत बड़ा नेटवर्किंग (Networking) बनाना चाहते हैं। जिससे नेटवर्किंग पद्धति का विकास होने में ज्यादा समय नहीं लगता है।

इन्हीं कारणों से भारत में लगभग 450 से अधिक रजिस्टर Network marketing कंपनियां है।

आप इस { https://rb.gy/s1p4qh } वेबसाइट पर जाकर पूरी 450 रजिस्टर Network marketing कंपनी क्या है यह देख सकते हैं।

हम आपको पूरी 450 कंपनियों के नाम तो नहीं बता सकते लेकिन कुछ गिने-चुने कंपनियों के नाम जरूर बता सकते हैं।

नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों के लिस्ट कुछ इस प्रकार है,

  1. Gyankul Network Private Limited.
  2. Unicity Health Pvt Ltd.
  3. Sunrider India Pvt Ltd.
  4. Direct Bazaar Pvt. Ltd.
  5. Forever Living Imports (India) Pvt. Ltd.
  6. M.P. Dailyneed Multitrade Pvt. Ltd.
  7. Healing Touch Marketing Pvt. Ltd.
  8. Maxgrow Biotech Pvt Ltd.
  9. Relibond Pvt.Ltd.
  10. Osmose Technology Pvt Ltd.

इन कंपनियों में से osmose Technology Pvt Ltd कंपनी कुछ पहले काफी प्रसिद्ध थी। यह कंपनी 14 दिसंबर 2019 में शुरु की गई।

देखते-देखते बहुत ही तेजी से इस कंपनी ने अपने मार्केट का विस्तार किया। इस कंपनी के साथ बहुत से लोग जुड़े। अभी भी ज्यादातर लोग इस कंपनी के साथ जुड़ते जा रहे हैं।

हालांकि इस कंपनी के असली और नकली होने पर अभी भी सवाल खड़ा हो रहा है। लेकिन Osmose Technology Pvt Ltd कंपनी की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया अभी नहीं दी गई है।

Osmose Technology Pvt Ltd के बारे में संपूर्ण जानकारी।

Network marketing का फायदा क्या है?

  1. 9 से 5 नौकरी (job) :- एक सर्वे के मुताबिक लगभग 80% से 90% लोग 9 से 5 बजे वाले नौकरी को पसंद नहीं करते हैं। लेकिन वे लोग मजबूरी में यह काम करते हैं। नेटवर्क मार्केटिंग में आपको 9 से 5 job करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
  2. मन मुताबिक काम करना :- जब आप कहीं नौकरी करते हैं तो आपको कंपनी के मन मुताबिक काम करना पड़ता है। लेकिन नेटवर्क मार्केटिंग में आप अपने हिसाब से काम कर सकते हैं। आप अपनी सैलरी खुद निश्चित कर सकते हैं।
  3. सुरक्षित :- अगर आप किसी कंपनी में काम करते हैं और आपका काम उस कंपनी के मन मुताबिक नहीं हो पाता है, तो आपकी नौकरी पर खतरा मंडराने लगता है। वही नेटवर्क मार्केटिंग मैं आप अपने मन मुताबिक काम करते हैं। आप जितना काम करेंगेे आपको उतना ही ज्यादा पैसे मिलेगा।

Network marketing के नुकसान क्या है?

  1. विश्वसनीयता :- ज्यादातर नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियां धोखाधड़ी (fraud) करती है। शुरुआती दौर में बड़े-बड़े सपने दिखाकर लोगोंं से पैसे लुटकर भाग जाते हैं। जिसके कारण लोगों के मन में इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठते रहते हैं।
  2. गुमराह :- नेटवर्क मार्केटिंग में जिस व्यक्ति का जितना बड़ा नेटवर्क रहता है वह उतना ही ज्यादा पैसे कमाता है। मतलब अगर कोई इस कंपनी को शुुुआती दौर में ज्वाइन कर लेता है तो उसे ज्यादा पैसााा मिलता है । कंपनी वाले ऐसेे लोगों का सेमिनार (सभा) करवाते हैं और लोगों में यह मैसेेज देने की कोशिश करते हैं की नेटवर्क मार्केटिंग बहुत ही अच्छा काम है। ज्यादातर लोोग इनकी जाल में फंस जाते हैं जिसके कारण इन्हें भी नुकसान उठाना पड़ता है।
  3. जोखिम :- नेटवर्क मार्केटिंग में उतना ही पैसाा लगाना चाहिए जितना अगर आप से खो जाए तो आपको कोई दुख ना हो। यह बहुत ही जोखिम भरा काम है, यह जुआ की तुलनात्मक होता है, अगर आपका भाग्य और इसके साथ साथ सेल्समैन का कौशल आपके साथ है तो आप बहुत पैसे कमाएंगे नहीं तो आप बहुत पैसे गवां भी सकते हैं ।

नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी ज्वाइन करने से पहले जानने योग्य जरूरी बातें:-

कुछ बातें जिन्हें आप समझ कर यह निश्चय कर सकते हैं कि कौन सी Network marketing कंपनी सही है और कौन सी Network marketing कंपनी गलत है।

आप इसे ध्यान से पढ़ें,

क्योंकि यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा उपयोगी साबित होगा।

  1. नेटवर्क मार्केटिंग से जुड़ने से पहले आपको कंपनी के बारे में संपूर्ण जानकारी होना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि आप उस कंपनी में अपना पैसा लगाने जा रहे हैं।
  2. आपको उस कंपनी के संस्थापक और मैनेजमेंट करने वाले व्यक्ति के बारे में भी जानकारी प्राप्त करना चाहिए।
  3. वह कंपनी पहले क्या करती थी वर्तमान में क्या कर रही है और भविष्य में क्या-क्या करने वाली है इसके बारे में भी जितना हो सके उतना जानकारी तो इकट्ठा कर ही लेना चाहिए।
  4. हो सके तो इस कंपनी से ज्यादा दिनों तक जुड़े हुए कुछ लोगों से सलाह परामर्श भी कर ले।
  5. क्या आपको इस कंपनी के साथ जुड़ने पर किसी प्रकार की ट्रेनिंग दी जाती है, अगर हां तो वह ट्रेनिंग किस तरह से दी जाती है। क्या आप उस ट्रेनिंग से संतुष्ट हैं।?

उपरोक्त बताए गए जानकारियों के हिसाब से ही Network marketing को join करना चाहिए।

क्योंकि आजकल Network marketing में ज्यादातर कंपनियां खुद के बारे में ही सोच रही है।

Network marketing company join करना चाहिए या नहीं?

अगर आप ही समझ गए होंगे कि Network Marketing or MLM क्या है? तो अब समझ लेते हैं इसे ज्वाइन करना चाहिए या नहीं।

नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन करना चाहिए या नहीं इस प्रकार के सवाल लगभग हर किसी के मन में आते हैं। बहुत कम लोग ही होते हैं जो इसके बड़े-बड़े बातों को सुनकर बिना सोचे समझे तुरंत ही Network marketing join कर लेते हैं।

हमने नेटवर्क मार्केटिंग के बारे में लगभग हर नुकसान तथा फायदे बता दिए हैं। नुकसान और फायदे को ध्यान में रखते हुए आप खुद निश्चय कर सकते हैं की नेटवर्क मार्केटिंग ज्वाइन करना चाहिए या नहीं।

आप Network marketing में उतना ही पैसा लगाएं जितना पैसे की डूब जाने पर आपको उस नुकसान को सहने की क्षमता हो।

अगर आप इन चुनौतियों को स्वीकार करते हैं तो आप नेटवर्क मार्केटिंग में एक बार के लिए प्रयास कर सकते हैं।

Network Marketing की शुरुआत कैसे करें?

किसी भी कंपनी की शुरुआत करने से पहले बहुत सारे प्लानिंग की जरूरत पड़ती है।

इसलिए आप अपने सहयोगियों के साथ बैठकर नेटवर्क मार्केटिंग संबंधित जानकारियों को इकट्ठा करें। और फिर एक कॉपी और पेन लेकर अपने पूरे बिजनेस की प्लानिंग करें।

कंपनी को स्टार्ट करने से पहले इस कंपनी के बारे में 3-4 साल आगे की प्लानिंग अवश्य करें। बाकी आप जैसे जैसे करते रहेंगे वैसे वैसे आपको रास्ता दिखता जाएगा।

सबसे पहले आप अपनी कंपनी का कोई नाम डिसाइड करें। इसके बाद सोशल मीडिया पर एक ऐसा ग्रुप बनाएं जिसमें आप लोगों से डायरेक्ट बात कर सके।

इसके साथ साथ शुरुआती दौर में लोगों को अपनी तरफ जोड़ने के लिए कुछ अतिरिक्त लाभ दे। ताकि वह आप से जुड़े रहे।

आपके साथ जुड़े हुए लोगों को हमेशा मोटिवेट करते रहें। जिससे वह आपके साथ काम करने में असहयोग महसूस ना करें।

सोशल मीडिया के माध्यम से आप अपनी कंपनी का जितना हो सके उतना प्रचार प्रसार करें। जिससे आपकी कंपनी के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जानकारी हो।

हमेशा याद रखें कि,

बड़ी बिजनेस की शुरुआत छोटे से होती है।

-Rechard Branson

निष्कर्ष :-

आपने Network marketing क्या है? Network Marketing in Hindi, और इसके विभिन्न अंगों के बारे में जानकारी प्राप्त कर लिया है। अब इसके निष्कर्ष पर आते हैं।

मेरे हिसाब से किसी भी कंपनी के बारे में संपूर्ण जानकारी के बिना उस कंपनी में अपना पैसा इन्वेस्ट करना सही नहीं है।

Network marketing में बहुत से ऐसे धोका (fraud) हुए हैं जिसके कारण इससे लोगों का विश्वास हट गया है।

ज्यादातर लोग बिना किसी जानकारी के ही लोगों के बहकावे में आकर किसी भी कंपनी में पैसा लगा देते हैं। इन्हीं लोगों के साथ धोखाधड़ी होता है।

अंत में मैं वहीं बात फिर दोहराना चाहूंगा कि बिना संपूर्ण जानकारी के Network marketing में पैसा कभी ना लगाएं।

Network Marketing in Hindi से संबंधित किसी भी प्रकार का सवाल है तो कमेंट में अवश्य पूछें।