YouTube किसने और कब शुरू किया था। YouTube History in hindi

YouTube कब बना था तथा YouTube कहां से आया था YouTube को किसने बनाया था और YouTube इतना फेमस (Famous) क्यों है और भी अन्य सवाल आपके मन में उठ रहे होंगे सभी सवालों का जवाब इस पोस्ट में आपको अवश्य मिलेगा.

यूट्यूब ( YouTube) के बारे में सब कुछ जानने के लिए इस पोस्ट को अंत तक पढ़ें और अगर कोई भी सवाल या सुझाव देना चाहते हैं तो आप कमेंट में अवश्य बताएं आपको आपके सवाल या सुझाव का सम्मान किया जाएगा.

यूट्यूब किसने बनाया था?

YouTube kab bana tha

अगर हम यूट्यूब के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करते हैं तो सबसे पहले दिमाग में यही सवाल आता है की आखिर यूट्यूब किसने बनाया होगा? तो आज इस सवाल का जवाब आपको मिल जाएगा.

युटुब को स्टीव चेन, चांद हर्ली, जावेद करीम (Steve Chen, Chad Hurley, Jawed Karim) इन तीन लोगों ने मिलकर बनाया था. यह तीनों पहले PayPal Company में काम करते थे. चांद हर्ली इंडियाना यूनिवर्सिटी आफ पेंसिलवेनिया (Indiana university of Pennsylvania) से डिजाइनिंग (Designing) का पढ़ाई किए थे, स्टीव चैन और जावेद करीम यह दोनों यूनिवर्सिटी आफ इलिनॉइस ( University of Illinois) में एक ही साथ कंप्यूटर इंजीनियरिंग की पढ़ाई किए.

यूट्यूब बनाने का विचार कहां से आया?

किसी भी चीज को बनाने का विचार अपने आप नहीं आता है. जब हमारे जीवन में किसी चीज को लेकर कमी खलती है तो कुछ लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं तो कुछ लोग उस कमी को पूरा करने का प्रयास करते हैं और यही लोग ही जीवन में सफल होते हैं. चलिए अब देखते हैं कि यूट्यूब बनाने का विचार कहां से आया?

एक बार अमेरिका के फेमस अभिनेत्री तथा डांसर मंच पर डांस कर रही थी. उसी समय उनके साथ एक गाना गा रहे गायकार ने उनके छाती से कपड़े हटा दिए. जिससे अभिनेत्री को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. यह वीडियो करीम ने नहीं देखा था. करीम एक नौजवान युवा थे. उन्हें यह वीडियो देखने की बहुत इच्छा कर रही थी.

उसी समय 2001 में हिंद महासागर में बहुत बड़ी सुनामी आई थी. सुनामी की इस वीडियो को भी देखने की उन्हें बहुत इच्छा थी. और भी अलग-अलग जन्मदिन पार्टी की वीडियो देखने कि उन्हें बहुत इच्छा थी जिसमें वह दूर होने के कारण शामिल नहीं हो सकते थे. ऐसे ही बहुत से वीडियो को नहीं देख पाते थे.

उन्होंने सोचा कि मेरे जैसे दुनिया में और भी ऐसे लोग होंगे जो इस तरह की वीडियो देखने में दिलचस्पी रखते होंगे और उन्हें यह सब वीडियो नहीं मिल पाती होगी. यह बात इन्होंने अपने दोस्तों को बताया. तब कुछ सोच विचार करके वह तथा उनके दोस्तों ने मिलकर यूट्यूब का निर्माण किया.

YouTube कब लांच हुआ था?

YouTube कब बना था या YouTube कब लांच हुआ था.YouTube 14 फरवरी 2005 को लॉन्च किया गया था.

यह जानकारी तो आपको एक लाइन में कहीं भी मिल जाएगी. लेकिन इसके साथ-साथ इसके बारे में भी विस्तार से मैं आपको बताऊंगा.

YouTube पर सबसे पहला वीडियो 23 अप्रैल 2005 को जावेद करीम ने अपलोड किया था जिसका नाम था Me at the zoo यह वीडियो अभी भी यूट्यूब पर Me at the zoo सर्च करके देखा जा सकता है. इस तरह से यूट्यूब का सबसे पहला YouTuber जावेद करीम है.

रोनाल्डिन्हो यह एक फेमस फुटबॉलर है इन्होंने NIKE कंपनी का प्रचार किया था जिसका वीडियो यूट्यूब पर अपलोड किया गया था यह पहला यूट्यूब का वीडियो है जिसे एक मिलियन (10 लाख) लोगों ने देखा था. धीरे-धीरे यूट्यूब लोगों में फेमस होने लगा और लोग यूट्यूब से जुड़ने लगे.

9 अक्टूबर 2006 को Google ने YouTube को $1.16 बिलियन डॉलर (86.9 अरब रुपए) ने खरीद लिया. इसके बाद अब Google, YouTube को संचालित करता है.

Google अमेरिका की कंपनी है. YouTube, Google द्वारा खरीदे जाने के कारण YouTube भी अमेरिका की कंपनी बन गई है.

शुरुआती समय में यूट्यूब पर आम आदमी वीडियो अपलोड नहीं कर सकता था. लेकिन यूट्यूब के प्रसिद्धि को देखते हुए Google ने सभी के लिए वीडियो अपलोड करने का प्लेटफार्म बना दिया. जिसमें हर कोई अपना अपना चैनल बनाकर वीडियो अपलोड कर सकता है.

2010 के पहले तो यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करने के पैसे नहीं मिलते थे. लेकिन जब 2010 के बाद Google Adsense आया तो लोगों को Google प्रचार (Advertisement) के माध्यम से पैसे मिलने लगे. इसके बाद ज्यादातर लोग यूट्यूब पर पैसे कमाने के लिए वीडियो अपलोड करने लगे. लेकिन इस दौरान भारत के बहुत ही कम लोग यूट्यूब से जुड़े हुए थे.

YouTube किसने बनाया था?, YouTube कब बना था?,YouTube कैसे बना था? इन सभी सवालों का जवाब तो मिल गया होगा चलिए कुछ और सवालों के जवाब ढूंढने का प्रयास करते हैं.

यह भी जानें

YouTube से video download कैसे करें?

India में YouTube कब प्रसिद्ध (Famous) हुआ?

जिओ इस टेलीकॉम कंपनी को कौन नहीं जानता है. 5 सितंबर 2006 को जिओ सामाजिक तौर पर (Publically) लांच हुआ. शुरुआती के 6 महीने जिओ ने इंटरनेट के साथ-साथ कॉलिंग भी फ्री कर दिया था. जिससे भारत की सारी टेलीकॉम कंपनियों की नींव हिल गई थी. कुछ कंपनियां तो बंद पड़ गई.

इन 6 महीने में इंडिया के बहुत से ज्यादा लोग इंटरनेट से जुड़े. जिसमें से YouTube भी एक था. इंटरनेट सेवाएं फ्री होने के कारण लोग तेजी से यूट्यूब की ओर बढ़ने लगे. जब लोगों को पता चला यूट्यूब से पैसे मिलते हैं तो लोग पैसे कमाने के लिए यूट्यूब पर वीडियो अपलोड करने लगे. कुछ लोग जानकारी प्राप्त करने के लिए यूट्यूब से जुड़ने लगे.

YouTube के फेमस होने में YouTube के Algorithm ( काम करने का तरीका) का भी बहुत बड़ा रोल है.‌

उदाहरण के तौर पर :- अगर आपने कभी ध्यान दिया हो तो जब आप यूट्यूब पर कुछ सर्च करके पहला वीडियो देखते हैं तो इस वीडियो के खत्म होने के बाद इसी वीडियो से संबंधित दूसरा ऐसा वीडियो आता है जिसे आप जरूर देखना चाहते हैं.

गूगल के एक सर्वे के मुताबिक 77% लोग ऐसे हैं जो यूट्यूब पर एक वीडियो देखने आते हैं और चार वीडियो देख कर जाते हैं और 22 परसेंट लोग ऐसे हैं जो चार वीडियो देखने आते हैं और 20 वीडियो देख कर जाते हैं. यह सिर्फ यूट्यूब के Algorithm (काम करने का तरीका) के वजह से ही संभव होता है.

गूगल के सीईओ (CEO) सुंदर पिचाई का कहना है कि कुछ समय बाद लोग टीवी पर भी यूट्यूब देखेंगे.

पूरी दुनिया की जनसंख्या 750 करोड़ है जिसमें से 200 करोड़ लोग यूट्यूब का उपयोग करते हैं. इस तरह से यूट्यूब दुनिया का सबसे बड़ा वीडियो शेयरिंग (Video sharing) प्लेटफॉर्म है.

Motivation

जुआ खेलने वाला नहीं कमाता है।।
जुआ खेलाने वाला कामाता है।
… विचार करें।

YouTube का सीईओ (CEO) कौन है?

Neal Mohan यह एक भातीय है जो YouTube के सीईओ (CEO) है. गूगल कंपनी को बड़ा कंपनी बनाने में इनका भी हाथ है. यह गूगल की प्रचारक के रूप में काम करते थे।

इनकी मेहनत और कार्य क्षमता को देखते हुए इन्हें यूट्यूब का सीईओ (CEO) घोषित कियाा गया. जबसे यूट्यूब का कामकाज इनके हाथों में सौंपा गया है तब से यूट्यूब बहुत तेजी से प्रगति कर रहा है.

अगर आपको इस पोस्ट से सम्बंधित किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप कमेंट में अवश्य पूछें। आपकी पूरी मदद की जाएगी।

UPTET assistant teacher syllabus in hindi | UPTET kab hai

UPTET assistant Teacher syllabus

आज हम लोग UPTET assistant Teacher syllabus के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे लेकिन उससे पहले यह जान लेते हैं कि

भारत में सरकारी नौकरी पाने के लिए बहुत ही ज्यादा competition (स्पर्धा) है. खासकर उत्तरीय भारतीय राज्यों के लोग किसी भी क्षेत्र में सरकारी नौकरी पाने के लिए बहुत ही मेहनत करते हैं.

सरकारी नौकरी के लिए वह जी-जान लगाकर अध्ययन करते हैं ताकी उन्हें सरकारी नौकरी आसानी से मिल जाए. जिससे आगे के जीवन में नौकरी को लेकर कठिनाइयों का सामना ना करना पड़े.

आज हम लोग UPTET क्या है, UPTET assistant teacher syllabus क्या है, Eligible criteria क्या है, कैसे UPTET में पास हो सकतें हैं और भी बहुत कुछ UPTET के बारे में जानेंगे.

UPTET क्या है?

UPTET का फुल फॉर्म है Uttar Pradesh Teacher Eligibility Test. यह एक राज्यिक परीक्षा है. जो सिर्फ उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कराई जाती है. यह परीक्षा साल में एक बार UPBEB (Uttar Pradesh Basic Education Board) द्वारा कराई जाती है. UPTET परीक्षा प्राइमरी (कक्षा: 1-5) तथा उच्च प्राइमरी ( कक्षा: 6-8) विद्यार्थियों के लिए नए शिक्षकों की भर्ती का मार्ग होता है. UPTET परीक्षा के बारे में सबसे पहले जानकारी http://updeled.gov.in/DefaultTET.aspx इस वेबसाइट पर मिलेगी.

UPTET में कितने लोगों की भर्ती हो पाती है?

हर साल लगभग 15 लाख से ज्यादा लोग (परीक्षार्थी) इस परीक्षा के लिए फॉर्म भरते हैं. यह बहुत ही ज्यादा संख्या है. 2018 में लगभग 18 लाख 85 हजार परीक्षार्थी (candidate) इस परीक्षा के लिए आवेदन किए थे उनमें से कुछ 17 लाख परीक्षार्थी (candidate) परीक्षा दिए थे. बाकी के 1 लाख 85 हजार परीक्षार्थी (candidate) परीक्षा देने नहीं गए थे. इसी तरह सन् 2019 में लगभग 17 लाख से ज्यादा परीक्षार्थी (candidate) परीक्षा के लिए आवेदन किए थे. इन सभी परीक्षार्थियों (candidates) में से लगभग 4 से 5 लाख परीक्षार्थी (candidate) की भर्ती होती है. हर साल लगभग 10 से 12 लाख लोग इस परीक्षा में सफल नहीं हो पाते हैं.

UPTET परीक्षा कैसे होता है?

यूपीटेट की दो परीक्षाएं होती है दोनों परीक्षा ऑनलाइन मोड में नहीं होती है. इन परीक्षाओं को पेपर-पेन के उपयोग से ही दिया जाता है अर्थात ऑफलाइन मोड में होता है.

पहला परीक्षा Paper-l इसमें ऐसे परीक्षार्थी (candidate) परीक्षा देते हैं जिन्हें कक्षा 1 से 5 तक के विद्यार्थियों (students) को पढ़ाना होता है तथा उनका अध्यापक बनना होता है.

दूसरा परीक्षा Paper-ll इसमें ऐसे परीक्षार्थी परीक्षा देते हैं जिन्हें कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को पढ़ाना होता है तथा इनका अध्यापक बना होता है.

जिस अध्यापकों को कक्षा 1 से 8 तक के सभी विद्यार्थियों को पढ़ाने की अनुमति मिलती है उस अध्यापक को Paper-l और Paper-ll दोनों परीक्षाएं देने होते हैं. यह दोनों परीक्षाएं एक ही दिन होती है.

जो परीक्षार्थी UPTET की परीक्षा को पास कर लेता है. उसी एक सर्टिफिकेट मिलता है और वह किसी भी उत्तर प्रदेश के सरकारी स्कूल में अध्यापक बनने योग्य हो जाता है. यह सर्टिफिकेट 5 सालों तक वैध होता है.

Eligibility criteria क्या है?

कोई भी परीक्षा देने के लिए कुछ मर्यादा होती हैं इन मर्यादाओं को ही Eligibility criteria कहते हैं. UPTET परीक्षा के लिए भी कुछ मर्यादा हैं जैसे कि,

  • परीक्षार्थी का उम्र 18 से 35 साल के बीच होनी चाहिए. 18 साल से कम तथा 35 साल से अधिक वाले परीक्षार्थी को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं है.
  • परीक्षार्थी भारत, नेपाल, भूटान और तिब्बत इन देशों में से किसी एक देश का नागरिक होना चाहिए.
  • परीक्षार्थी का ग्रेजुएशन कंप्लीट होना चाहिए. मतलब candidate के पास Bachelor की डिग्री (Degree) होनी चाहिए. उदाहरण के तौर पर B.A, B.Sc, B.Ad,B.E. इत्यादि.

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UPTET परीक्षा के लिए आवेदन कैसे करें?

UPTET परीक्षा के लिए आवेदन करने के पद्धति इस प्रकार हैं

  • UPTET कि अधिकारिक वेबसाइट http://updeled.gov.in/ पर जाकर रजिस्टर करें.
  • रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड को सावधानीपूर्वक नोट कर लें.
  • उसके बाद फॉर्म को भर कर सबमिट कर दे.
  • लॉगइन करके ऑनलाइन मोड में पेमेंट कर दें.
CategoryFees
Paper-l
Fees
Paper-ll
General/OBC6001200
SC/ST400800
PwD100200
UPTET परीक्षा के लिए फीस

UPTET assistant teacher syllabus क्या है?

UPTET परीक्षा देने के लिए आपको कम से कम 10 विषय की तैयारी करनी होती है. हिंदी, इंग्लिश, संस्कृत, गणित, विज्ञान, पर्यावरण और सामाजिक अध्ययन, शिक्षण कौशल, बाल मनोविज्ञान, सूचना प्रौद्योगिकी, सामयिक, जीवन कौशल प्रबंधन और योग्यता, रिजनिंग एप्टीट्यूड इन सभी विषयों के प्रश्न नंबर और अंक नंबर नीचे तालिका में दिए गए हैं.

क्रमविषयअंकप्रश्न
1हिंदी,इंग्लिश, संस्कृत4040
2गणित2020
3विज्ञान1010
4पर्यावरण और सामाजिक अध्ययन1010
5शिक्षण कौशल1010
6बाल मनोविज्ञान1010
7सूचना प्रौद्योगिकी0505
8सामयिकी3030
9जीवन कौशल प्रबंधन और योग्यता1010
10रिजनिंग एप्टिट्यूड0505
कूल150150

UPTET assistant Teacher syllabus विवरण:-

1. अंग्रेजी भाषा

  • Reading comprehension(question related to passage)
  • Grammar (part of speech, sentence correction, find error)

2. हिंदी भाषा

  • अपठित गद्यांश (प्रश्न गद्यांश से संबंधित)
  • पद्यांश
  • व्याकरण (अलंकार, समास, रस, छंद, उपसर्ग और प्रत्यय, संज्ञा, सर्वनाम इत्यादि)

3. गणित

  • संख्यात्मक क्षमता और गणितीय क्रियाएं
  • दशमलव
  • ब्याज
  • क्षेत्रफल
  • औसत
  • घनत्व
  • अनुपात
  • सामान्य ज्यामिति

3. विज्ञान

  • गति
  • बल
  • ऊर्जा
  • ध्वनि
  • स्वास्थ्य
  • शारीरिक संरचना
  • प्रकाश
  • पर्यावरण और प्राकृतिक संसाधन

4. पर्यावरण और सामाजिक अध्ययन

  • पृथ्वी की संरचना और नदियाँ
  • पर्वत और महाद्वीप
  • प्राकृतिक संपदा और अक्षांश
  • सौर मंडल
  • भारतीय भूगोल
  • भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और समाज सुधारक
  • यातायात और सड़क सुरक्षा
  • भारतीय अर्थव्यवस्था और चुनौतियाँ

5. शिक्षण कौशल

  • अधिगम के सिद्धांत
  • शिक्षण विधियाँ और कौशल
  • भारतीय समाज और प्रारंभिक शिक्षा
  • प्रारंभिक गठन कौशल और प्रशासन
  • शैक्षिक मूल्यांकन और माप

6. बाल मनोविज्ञान

  • बाल विकास को प्रभावित करने वाले कारक
  • व्यक्तिगत भिन्नता
  • सीखने की जरूरतों की पहचान
  • अध्ययन के लिए वातावरण बनाना
  • कक्षा शिक्षण में सीखने के सिद्धांत और उनकी व्यावहारिक उपयोगिता और उपयोग
  • विकलांग अभ्यर्थियों के लिए विशेष व्यवस्था

7. सूचना प्रौद्योगिकी

  • शिक्षण कौशल के क्षेत्र में जानकारी
  • कला शिक्षण और स्कूल प्रबंधन
  • तकनीकी ज्ञान: कंप्यूटर, इंटरनेट, स्मार्टफोन
  • शिक्षण में उपयोगी अनुप्रयोग
  • डिजिटल और शिक्षण सामग्री
  • आधुनिक दुनिया के बारे में जानकारी
  • आधुनिकीकरण

8. सामयिकी

  • राजनीति के बारे में जानकारी
  • प्रधानमंत्री, रक्षा मंत्री, रेल मंत्री, विदेश मंत्री तथा अन्य सभी मंत्रियों के बारे में जानकारी
  • हर रोज समाचार पत्र पढ़े
  • हर वक्त नई नई जानकारी ग्रहण करें

9. जीवन कौशल प्रबंधन और योग्यता

  • पेशेवर आचरण और नीति
  • शिक्षा की प्रेरणा और भूमिका
  • संवैधानिक और मूल उत्पत्ति
  • दंड और दंड प्रभावी
  • प्रोत्साहन करने की कहानी
  • शिक्षण योग्य उदाहरण

10. रीजनिंग एप्टीट्यूड

  • बाइनरी लॉजिक और कैलेंडर,
  • असमानता,
  • कोडिंग-डिकोडिंग
  • महत्वपूर्ण तर्क
  • घन संख्या और पत्र श्रृंखला,
  • पहेलियाँ, प्रतीक और सूचनाएं,
  • वैन आरेख और पासा
  • दूरी और दिशा परीक्षण।

Conclusion:- उपरोक्त पंक्ति में हमने लगभग UPTET के बारे में सभी जानकारी प्रदान की है, अगर आपको ऐसा लगे कि कुछ छूट गया हो तो आप कमेंट में अवश्य बता दें. मैं आपके सवाल के जवाब देने का पूरी कोशिश करूंगा.

Free Fire गेम किसने बनाया था? और कब बनाया था?

Freefire वर्ष 2020 में प्ले स्टोर (Google Play store) पर सबसे ज्यादा डाउनलोड (Download) होने वाला गेम (game) बन गया है।

यह भारत में सबसे ज्यादा लोगों द्वारा खेले जाने वाला गेम है। Free Fire किसने बनाया था? freefire कब बना था? freefire क्या है? और भी बहुत कुछ freefire के बारे में विस्तार से जानने का प्रयास करते हैं।

free fire क्या है?

Free Fire गेम किसने बनाया।

Free fire इसे Garena free fire या free fire battleground भी कहते हैं। यह एक ऑनलाइन गेम है। कुछ ऐसे ऑनलाइन गेम है जिसे खेलने के लिए आपको पैसे देने पड़ते हैं। जैसे, Guncrafter pro, Shadow of death इत्यादि, जो प्ले स्टोर पर मिल जाएंगे।

लेकिन freefire एक मुफ्त ऑनलाइन सामूहिक खेल है। इसमें 50 प्लेयर्स का समूह एक साथ खेलता है।

जो प्लेयर अंतिम तक जीवित रहता है वह जीत जाता है, freefire की भाषा में कहें तो जो जीतता है उसे booyah मिलता है। अब आप भी रे समझ रहे होंगे कि free fire किसने बनाया था? चलिए थोड़ा और विस्तार से देखते हैं।

Booyah को हिंदी में क्या बोलते हैं?

Booyah का सरल अर्थ होता है जीतने के बाद मिलने वाला खुशी। जब आप कोई भी गन फाइटिंग (gun fighting) गेम खेलतेे हैं और इसमें आप जीत जाते हैं तो जीतने के बाद जो आपको खुशी का आनंद मिलता है उसे booyah कहतेे हैं।

Free Fire गेम किसने बनाया था और कब बनाया था। ( Free fire कब release हुआ)

Free fire गेम किसने बनाया इस तरह के सवाल बहुत लोगों के मन में आते रहें हैं। आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें आपको फ्री फायर के बारे में पूरी जानकारी मिल जाएगी। कुछ ऐसी भी जानकारी मिलेगी जो आपके दोस्तों को भी नहीं पता होगी।

विभिन्न प्रकार की Game बनाने वाली कंपनी 111 dots studio ने free fire गेम को बनाया । Garena Company ने इसे दुनिया के लोगों तक पहुंचाया। इस कंपनी के संस्थापक Forrest Li हैं।

Forrest Li का जन्म चीन मेंं हुआ था। लेकिन वर्तमान समय में सिंगापुर के नागरिक है।

Global arena का छोटा प्रारूप Garena है। (Global arena अर्थात वैश्विक अखाड़ा)।

Garena कंपनी sea limited कंपनी का एक छोटा भाग है। Sea limited यह बहुत बड़ी कंपनी है। इसका मुख्य ऑफिस सिंगापुर में स्थित है।

Sea limited एक गेम बनाने वाली (game developing) कंपनी है। जो अलग-अलग प्रकार की गेम बनाते हैं। उसमें से freefire एक है।

यह 2019 में सबसे ज्यादा डाउनलोड होने वाला गेम है। इस उपलब्धियों के कारण गूगल प्ले स्टोर ने Best Popular Vote Game का अवार्ड दिया।

Freefire को 30 सितंबर 2017 में वैश्विक स्तर पर लॉन्च किया गया। लेकिन यह गेम 23 सितंबर 2020 को इंडिया में लॉन्च किया गया था।

Release होने के कुछ दिन बाद ही यह बहुत तेजी से प्रसिद्ध होने लगा। जब फ्री फायर ने टूर्नामेंट का आयोजन किया तब यह और भी तेजी से प्रसिद्ध होने लगा।

Freefire Max:-

Garena Company एक नया गेम बना रही है। जिसका नाम होगा Free Fire Max. इसका गेम को बनाने का काम अभी शुरू है। कुछ दिनों में फ्री फायर का नया version फ्री फायर मैक्स लॉन्च होगा। जो फ्री फायर से भी अच्छा गेम होगा और इसे खेलने में और भी आनंद आएगा। अभी तक कब लॉन्च होगा ? इसका कोई अधिकारिक तारीख कंपनी की तरफ से नहीं बताया गया है।
अधिक जानकारी के लिए नीचे सुझाएं गए लिंक पर क्लिक करके पोस्ट को पढ़ें।

free fire Max इंडिया में कब लांच होगा? इसके बारे में संपूर्ण जानकारी अवश्य पढ़ें।

free fire को कैसे डाउनलोड करें।

Free fire को डाउनलोड करने के लिए आपके फोन में प्ले स्टोर होगा। आपको सबसे पहले प्ले स्टोर में जाकर फ्री फायर Search करें। आपको सबसे पहले जो ऐप दिखेगा वहां इंस्टॉल बटन होगा इसपर क्लिक करें।

इस प्रकार फ्री फायर आपके मोबाइल में डाउनलोड हो जाएगा। इसको डाउनलोड करने के लिए आपके फोन में कम से कम 600mb इंटरनेट होना जरूरी है।

free fire कैसे खेलते हैं?

Freefire गेम में एक साथ 50 खिलाड़ी खेलते हैं जो पैराशूट के माध्यम से एक द्वीप (Island) पर कुदते हैं। हथियार खोजते हैं और इस हथियार का उपयोग करके अंतिम तक जीवित रहने का प्रयास करते हैं जो अंतिम तक जीवित रहता है वह यह गेम जीत जाता है।

जब कोई प्लेयर, game शुरू करता है तो वह एक एरोप्लेन (Aeroplane) में बैठ जाता है और एक द्वीप पर अपने मनचाहे स्थान पर उतरता है। जीवित रहने का सामान जैसे बंदूक, बम, गोले, दवाइयां इत्यादि खोजता है और इन सब का उपयोग करके अंतिम तक जीवित रहने का प्रयास करता है।

अपनी रैंकिंग बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा गेम में दुश्मनों को मारना होता है या फिर ज्यादा देर तक जीवित रहने का प्रयास करना होता है।

Freefire से पैसे कैसे कमाए?

अब आपने free fire किसने बनाया था? इसके बारे में जानकारी तथा free fire कैसे खेलते हैं यह भी समझ लिया हो तो अब समझते हैं किस इससे पैसे कैसे कमाएं?

Free fire बहुत ही तेजी से प्रगति कर रहा है। अगर आप फ्री फायर में अच्छे खासे प्लेयर है तो आप इससे पैसे भी कमा सकते हैं। फ्री फायर से पैसे कमाने के तीन मुख्य तरीके हैं

1.Youtube: – अगर आप फ्री फायर बहुत ही अच्छा खेलते हैं तो आप अपने गेम को रिकॉर्ड करके यूट्यूब पर अपलोड कर सकते हैं। आजकल लोग फ्री फायर गेम प्ले जैसे वीडियो देखना पसंद कर रहे हैं। तो आप इसका लाभ उठा सकते हैं।

2. Tournament:- फ्री फायर अलग-अलग जगह पर टूर्नामेंट का आयोजन करते हैं। इस टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए कुछ शर्तें होती है। जिसे आप पूरा करके फ्री फायर टूर्नामेंट में भाग लेकर आप लाखों रुपए कमा सकते हैं। लेकिन इसके लिए आपको अपना गेम पर्फेक्ट (perfect) करना पड़ेगा। इसके लििए आपको हर रोज प्रैक्टिस की जरूरत पड़ेगी।

3. MPL:- MPL का फुल फॉर्म Mobile Premier League है। यह भी पैसे कमाने का एक स्रोत है। यहां पर आप गेम खेलकर पैसे कमा सकते हैं। लेकिन इसमें आपको पहले कुछ रुपए एंट्री फीस के लिए देना पड़ता है और अगर आप जीत गए तो आपको 2 गुना पैसा मिलता है। अगर आपके पास 6GB-8GB रैम (RAM) वाला फोन है और आप freefire अच्छा खेलते हैं तो आप भी आसानी से MPL खेलकर पैसे कमा सकते हैं।

कैसे पता करें आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक है या नहीं?

freefire खेलना चाहिए या Pubg खेलना चाहिए?

दोनों ऑनलाइन बैटलग्राउंड गेम है जो मनोरंजन के लिए बनाया गया है।

1.अगर आप अच्छे Graphics और Reality जैसे गेम का अनुभव लेना चाहते हैं तो आप Pubg खेल सकते हैं। Graphics अच्छी होने के कारण यह लगभग 2GB का गेम है। यह आगे भविष्य में और भी बड़ा होता जाएगा। इसके लिए आपके पास कम से कम 6GB-8GB RAM वाला फोन चाहिए होता है।

2. अगर आपको ग्राफिक से कोई मतलब नहीं है सिर्फ मनोरंजन के लिए गेम खेलना है तो आपके लिए फ्री फायर सबसे अच्छा है। Free fire की ग्राफिक्स Pubg के मुकाबले अच्छी नहीं है। इसलिए यह 600Mb से भी कम है। इसके लिए यह 2GB-4GB रैम (RAM) वाले फोन में भी अच्छे से चलता है।

उपरोक्त पंक्ति के द्वारा आप खुद ही सुनिश्चित कर लीजिए कि आपको कौन सा गेम खेलना चाहिए।

आपने क्या सीखा :-

आपने सीखा कि Free Fire क्या है?, free fire गेम किसने बनाया था, आपने यह भी समझ लिया कि Free Fire को चाइनीस कंपनी ने नहीं बनाया था।

Free Fire से पैसे कमाने के निम्नलिखित तरीके को भी समझ लिए होंगे।

आपको शायद हुई है का मतलब नहीं पता होगा लेकिन इस पोस्ट में आपको हुए का मतलब भी पता चल गया होगा।

आपके मन में किसी प्रकार का कोई भी सवाल बंद होता है तो आप कमेंट में आवश्यक पूछ सकते हैं। आपका स्वागत रहेगा।

Chinese App कौन-कौन से है | चाइनीज़ ऐप बैन | Chinese App list

चीन की कायराना हरकतो के वजह से भारत में इस समय चाइनीस सामान का बहिष्कार किया जा रहा है। भारत की इंटेलिजेंस एजेंसीयो ने कुछ चाइनीज़ ऐप पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव सरकार को भेजा है। इनका मानना है कि चाइनीस ऐप भारतीय लोगों के कुछ व्यक्तिगत जानकारी चीन के सरकार को भेज रहे हैं।

इससे भारत और भारत की जनता को बहुत बड़े नुकसान का सामना करना पड़ सकता भेजाहै। चीन और भारत के इस तनाव के बीच भारतीय लोगों में चाइनीज़ सामान को लेकर आक्रोश फैला हुआ है।

भारत के सभी लोग Made in India अपनाना चाहते हैं। भारत के बने किसी भी ऐप का इस्तेमाल करने को हर भारतीय तैयार है।

भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसी ने 52 चाइनीज़ ऐप को इंडिया में बैन करने की मांग की है। इसमें Tik tok, Xender, shareit जैसे अन्य बहुत से चाइनीस ऐप शामिल है।

भारत में बैन होने वाले कुछ चाइनीस ऐप इस प्रकार हैं >>>

  1. TikTok
  2. Vault-Hide
  3. Vigo Video
  4. Bigo Live
  5. Weibo
  6. WeChat
  7. ShareIt
  8. UC News
  9. UC Browser
  10. BeautyPlus
  11. Xender
  12. ClubFactory
  13. Helo
  14. LIKE
  15. Kwai
  16. ROMWE
  17. SHEIN
  18. NewsDog
  19. Photo Wonder
  20. APUS Browser
  21. VivaVideo- QU Video
  22. Perfect Corp
  23. CM Browser
  24. Virus Cleaner (Hi Security Lab
  25.  Mi Community
  26. DU recorder
  27. YouCam Makeup
  28. Mi Store
  29. 360 Security
  30. DU Battery Saver
  31. DU Browser
  32. DU Cleaner
  33. DU Privacy
  34. Clean Master – Cheetah
  35. CacheClear DU apps studio
  36. Baidu Translate
  37. Baidu Map
  38. Wonder Camera
  39. ES File Explorer
  40. QQ International
  41. QQ Launcher
  42. QQ Security Centre
  43. QQ Player
  44. QQ Music 
  45. QQ Mail
  46. QQ NewsFeed
  47. WeSync
  48. SelfieCity
  49. Clash of Kings
  50. Mail Master
  51. Mi Video call
  52. XiaomiParallel Space

उपरोक्त सभी ऐप गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद है। जो कि चाइनीज़ ऐप है। हालांकि अभी इन सभी ऐप को बैन करने का निर्णय चल रहा है।

अगर आप अपनी व्यक्तिगत जानकारी किसी के हाथ में जाने से रोकना चाहते हैं तो आप इनमें से कोई भी ऐप अगर आपके फोन में है तो उसे तुरंत डिलीट कर दें।

भारतीय झंडा का इतिहास: भारतीय झंडा किसने बनाया, Indian flag

हेलो दोस्तों, आज हम भारत के पिछले सौ सालों की अवधि में भारतीय झंडा कैसे बदला गया। इसके बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।

क्या आपके मन में भी ऐसा सवाल उठता है, कि हमारा राष्ट्रीय ध्वज किसने बनाया? कब बनाया गया? और कैसे बनाया गया? और आपको भारतीय झंडा का इतिहास जानने में रुचि है तो आपको इन सभी सवालों का जवाब इस पोस्ट में मिल जाएगा।

भारतीय झंडा

यह तो हमें पता है कि हमारे राष्ट्रीय ध्वज में तीन रंग है। केसरिया, सफेद, हरा और एक चक्र भी है। लेकिन ऐसा क्यों है और इसके क्या उद्देश्य है।

इसके बारे में हम आगे विस्तार से बात करेंगे सबसे पहले हम भारतीय झंडा का इतिहास समझ लेते हैं।

भारतीय झंडा कैसे बनाया गया?

जो तिरंगा आज हम देखते हैं उसको इस रूप में आने के लिए 100 सालों का वक्त लगा था। यह जानकर आपको आश्चर्य होगा कि इससे पहले भारत के ध्वज को 7 बार बदला गया है :

पहला भारतीय झंडा:‌‌ (ब्रिटेन द्वारा)

  1. सबसे पहला ध्वज 1857 (अट्ठारह सौ सत्तावन) में बनाया गया था. यह ध्वज अंग्रेजों द्वारा बनाया गया था। जब अंग्रेजों ने ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत की.
  2. उस समय अंग्रेजों ने भारत पर एकछत्र राज करने के लिए एक ध्वज निर्माण किया. यह इंग्लैंड के ध्वज से कुछ मिलता जुलता था. उस समय भारत का कोई अपना ध्वज नहीं था इसलिए यह ध्वज भारत के लोगों ने कुछ वर्षों तक अपनाया था।

पहला भारतीय झंडा: (भारतीय महापुरुषों द्वारा)

  1. कुछ समय पश्चात युगपुरुष स्वामी विवेकानंद के शिष्य ने 1904 में प्रथम स्वदेशी ध्वज का निर्माण किया. अब स्वदेशी भारतीय झंडा का इतिहास यहां से शुरू होता है।
  2. स्वामी विवेकानंद द्वारा बनाए गए झंडे में लाल और पीले रंग का उपयोग किया गया था। जिसमें लाल रंग स्वतंत्रता और पीला रंग जीत का प्रतीक था। इस झंडे के बीच में वज्र का निशान था इस वज्र को बौद्ध धर्म से लिया गया था।
  3. इसके चारों तरफ 101 छोटी-छोटी ज्वलनशील दीपक का निशान बनाया गया था। इस झंडेे पर बंगाली में वंदे मातरम लिखााा गया था। पहले हमारे देश की राजधानी कोलकाता हुआ करता था।
  4. जो अब बदल कर दिल्ली कर दिया गया है। कोलकाता का मुख्य भाषा बंगाली है इसलिए इस झंडे पर बंगाली भाषा में वंदे मातरम लिखा गया था।
भारतीय झंडा

यह ध्वज सर्वप्रथम कोलकाता में स्थित पारसीबागान चौक में 7 अगस्त 1906 को फहराया गया था।

आगे चलकर कुछ समय पश्चात इस ध्वज को पूर्णतः बदलकर नया ध्वज बनाया गया. जिसमें तीन रंग थे सबसे ऊपर हरा मध्य में पीला और सबसे नीचे लाल रंग हुआ करता था।

हरे रंग में सफेद कलर के कमल के फूल हुआ करते थे मध्य में जो पीला रंग था उसमें वंदे मातरम लिखा हुआ था।

आखरी में सबसे नीचे लाल रंग में सफेद रंग का चांद और सूर्य को प्रदर्शित किया गया था. कुछ लोग इस झंडे को पहला झंडा मानते हैं।

दुसरा भारतीय झंडा:

दूसरा स्वदेशी ध्वज 1907 में मैडम कामा और उनके क्रांतिकारियों ने मिलकर फहराया था। मैडम कामा ऐसी स्त्री थी जो इंग्लैंड, अमेरिका और जर्मनी में स्वतंत्रता क्रांतिकारी को प्रोत्साहन दिया था। यह ध्वज कुछ पहले वाले ध्वज की तरह दिखता था।

इस ध्वज की सबसे ऊपर केसरिया रंग था इसमें सात तारे थे जो सप्त ऋषि को दर्शाते थे। मध्य में पीला रंग था जिसमें वंदे मातरम लिखा गया था और सबसे नीचे वाले भाग में हरा रंग था।

इसमें एक ओर सूर्य और दूसरी ओर चंद्र का निशान था। इसे सबसे पहले वर्लीन में अंग्रेजों के विरुद्ध फहराया गया था।

तीसरा भारतीय झंडा:

10 वर्षों के पश्चात 1917 में एक बिल्कुल अलग झंडे का निर्माण किया गया। इस झंडे में सात तारे थे जो सप्त ऋषि को दर्शाते थे और एक चंद्र भी था।

इसमें 5 लाल पत्ती और 4 हरा पत्ती क्रमबद्ध तरीके से दर्शाया गया था। बाईं ओर यूनियन जैक (Union Jack) का निशान बनाया गया था।

चौथा भारतीय झंडा:

कुछ समय पश्चात 1921 में महात्मा गांधी ने स्वदेशी ध्वज बनाने का जिम्मा पिंगली वंकाया जो क्रांतिकारी थे (Pingli Venkaiya) उनको सौंप दिए।

महात्मा गांधी ने इस ध्वज को इस तरह बनाने को कहा की इसमें सभी धर्मों को एक समान दिखाया जाए।

पिंगली वेंकैया ने 5 सालों में 50 देशों के ध्वज का अध्ययन किया उस अध्ययन के आधार पर उन्होंने एक ध्वज बनाया।

जिसमें एक हरा पट्टी और एक लाल पट्टी था जो सिर्फ हिंदू और मुस्लिम धर्म को ही प्रदर्शित करता था। आगे चलकर महात्मा गांधी के आदेशानुसार इसमें सफेद रंग की पट्टी के साथ एक चरखा को भी सम्मिलित किया गया।

उसके साथ मध्य में एक चक्र भी जोड़ा गया। जो अब यह ध्वज सभी धर्मों को प्रदर्शित करता था।

पांचवां भारतीय झंडा:

फिर 10 साल के बाद 1931 को इस ध्वज को पुन:निर्मित किया गया. जिसमें केसरिया रंग सबसे ऊपर, सफेद रंग मध्य में और हरा रंग सबसे नीचे दर्शाया गया।

झंडे के बीचो बीच चरखा बनाया गया था. जो कर्म निष्ठा को दर्शाता था.

छठवां भारतीय झंडा:

22 जुलाई 1947 को देश के सभी बड़े नेताओं की बैठक हुई इसमें झंडे को लेकर गहरा विचार किया गया। जिसमें चरखे को हटाकर उसके स्थान पर अशोक चक्र स्थापित कर दिया गया।

जो कर्म निष्ठा के साथ साथ उन्नति को भी दर्शाता है. इस तरह यह ध्वज जो आज हम देखते हैं उसको अनुमति मिली और इसे राष्ट्रीय ध्वज घोषित कर दिया गया।

भारतीय झंडे में तीन रंग और एक चक्र जो कुछ इस प्रकार है-

1. केसरिया

इसे कुछ लोग नारंगी अर्थात संतरा रंग (orange colour) भी कहते हैं. जो बलिदान का प्रतीक है और हमारी प्राचीन सभ्यता साधु संतों को दर्शाता है. प्राचीन समय में साधु संत केसरिया रंग के वस्त्र पहनते थे. स्वामी विवेकानंद इसके मुख्य उदाहरण है. जो कि तिरंगे में आज तक उस सभ्यता को बरकरार किया गया है.

2. सफेद:

सफेद रंग यह सुख शांति का प्रतीक होता है. सफेद रंग झंडे में इसलिए लगाया गया है की देश में सुख शांति बना रहे. यह सत्यवादी का भी प्रतीक है. जो हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी मैं झलकता है.

3. हरा:

हरा रंग हरियाली, खुशहाली और उन्नति का प्रतीक है. हम जानते हैं कि हमारा देश कृषि प्रधान देश है. जिसमें हरियाली का बहुत महत्व है. हमारे देश के किसानों से हमें भोजन और अन्य जरूरत सामान मिलता है जिससे देश के उन्नति होती है.

4. चक्र:

अशोक चक्र नीले रंग का होता है। यह हमारे जीवन चक्र में अशोक चक्र का बहुत ही योगदान है. जो हमें निरंतरता को दर्शाता है और कठिन परिश्रम करने की प्रेरणा देता है. यह न्याय को धार्मिकता से जोड़ता है. जो भारत में सभी धर्मों के लोगों के लिए एक है.

आपने भारतीय झंडा का इतिहास तो समझ ही गए होंगे अब इसके कुछ रोचक तथ्य के बारे में जानकारी लेते हैं जो बहुत कम लोगों को ही होगा.

भारतीय झंडा का इतिहास के कुछ रोचक तथ्य क्या है?

1. भारतीय झंडे का अनुपात 2:3 होना चाहिए. मतलब अगर लंबाई 3 इकाई हो तो चौड़ाई 2 इकाई होना चाहिए. इसमें अशोक चक्र होता है जिसमें कुल 24 तिल्लियां होती है।

2. आज के दौर में हम झंडा घर पर बना भी सकते हैं और फहरा भी सकते हैं यहां तक की उसे बनाकर बेच भी सकते हैं. लेकिन शुरुआती दौर में यह झंडा आम लोगों के लिए नहीं था.

भारतीय झंडा सामान्य व्यक्ति नहीं बना सकता था और ना ही फहरा सकता था यह कानूनी अपराध था.

3. भारतीय झंडा को सिर्फ कर्नाटक में स्थित एक विशाल कंपनी खाद्य ग्राम उद्योग संयुक्त संघ द्वारा ही बनाया जाता था.

4. इस झंडे को खादी फैब्रिक के कपड़े से ही बनाया जाता था. इसके लिए कोई भी अन्य कपड़े का उपयोग नहीं किया जाता था.

5. भारतीय उद्योगपति नवीन जिंदल ने दिल्ली उच्च न्यायालय में इस बात की अपील की. कि भारतीय ध्वज फहराना सभी भारतीयों का अधिकार होना चाहिए. जो इसकी प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए फहराया जाए.

केंद्र सरकार ने इस बात को मंजूरी दे दी और इस प्रकार 2001 में ध्वजारोहण सभी भारतीयों के लिए शान बन गया. और हमारा राष्ट्रीय ध्वज भी हमारे देश की शान है.

भारतीय झंडा

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