क्वॉरेंटाइन, पैंडमिक meaning in hindi‌ | Covid-19 in hindi

कोरोनावायरस के इस महामारी के दौरान बहुत से नए शब्द उभरकर आए हैं। जब हम लोग न्यूज़ चैनल देखते हैं तो उसमें कुछ ऐसे नए-नए शब्द न्यूज़ चैनल वाले बोलते हैं इसका हमें हिंदी में अर्थ नहीं मालूम होता है। तो अब आपको चिंता करने की कोई बात नहीं है मैं इस पोस्ट में क्वॉरेंटाइन, पैंडमिक meaning in hindi.‌ इसके साथ-साथ Covid-19 in hindi के बारे में भी बताऊंगा। चलिए मैं आपको ऐसे सभी शब्दों का हिंदी में अर्थ स्पष्टता से बताता हूं।

1. क्वाॅरेंटाइन (Quarantine) :-

क्वॉरेंटाइन का hindi meaning होता है लोगों से अलग करना यह शब्द हम बार-बार सुनते हैं। शुरुआतीीी दौर में अक्सर इस शब्द का उपयोग न्यूज़ चैनल वाले को करते हुए देखते हैं। अब तो लगभग सभी लोग इस शब्द का उपयोग करने लगेे हैं।

जब किसी व्यक्ति को कोरोनावायरस हो जाता है। तब उस व्यक्ति को क्वॉरेंटाइन अर्थात अन्य लोगों से अलग कर देते हैं। ताकि वह किसी सामान्य या स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में नहीं आए। जिससे किसी को कोरोनावायरस जैसे खतरनाक बीमारी ना हो।

अब आप क्वॉरेंटाइन meaning in hindi हिंदी और इसके बारे में कुछ जानकारी भी जान चुके हैं।

2. सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing)

सोशल डिस्टेंसिंग का hindi meaning होता है सामाजिक दूरी । यह शब्द भी हम लोग अक्सर न्यूज़ चैनलों पर सुनते हैं। हम अक्सर सुनतेे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें अर्थात सामाजिक दूरी बनाए रखें।

जैसे कि हमें पता है कोरोनावायरस एक ऐसा महामारी है जो लोगों के संपर्क में आने से ही फैलता है। इसलिए सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात सामाजिक दूरी बनाए रखने से कोरोनावायरस बहुत तेजी से नहीं फैलता है। इसलिए हमेशा सोशल डिस्टेंसिंग अर्थात सामाजिक दूरी बनाए रखें।

3. कोविड-19(Covid-19)

अक्सर हम लोग कोरोनावायरस की जगह Covid-19 लिखा हुआ पढ़ते हैं। ऐसा क्यों लिखा जाता है ? चलिए मैं आपको बताता हूं।

दरअसल कोरोनावायरस सबसे पहले इस दुनिया में चीन के वुहान शहर से सन् 2019 में आया था। इसके बाद कुछ ही दिनों में 2020 आते-आते यह पूरा दुनिया में फैल गया। लेकिन कोरोनावायरस की उत्पत्ति 2019 में हुई थी और यह एक बीमारी है इसलिए इसे कोविड-19 कहा जाता है।

Covid-19 का फुल फॉर्म Corona Virus disease 2019 (Covid-19). होता है।

मतलब कोरोनावायरस से फैली हुई बीमारी जो 2019 में आया था। अगर फिर भी आपके मन में किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप कमेंट में उससे पूछें।

4. पैंडेमिक (Pandemic)

दरअसल यह एक इंग्लिश शब्द है , पैंडेमिक (Pandemic) का अर्थ होता है सर्वव्यापी महामारी । सर्वव्यापी का मतलब होता है जो हर जगह फैला हुआ है। कोरोनावायरस भी बहुत तेजीी से पूरी दुनिया में फैला हुआ है जोो एक महामारी की तरह है। यह दुनिया में लाखों लोगों की जान ले चुकाा है। इसलिए इससे सावधान रहने कीी सख्त जरूरत है।

सर्वव्यापी महामारी को ही इंग्लिश में पैंडेमिक कहा जाता है। सिर्फ कोरोनावायरस से फैलें हुए बीमारी को ही Pandemic नहीं कहा जाता है। इसी तरह सेेे कोई और बीमारी विकराल महामारी का रूप धारण कर लेती है तो उसे भी पैंडेमिक कहा जा सकता है है।

5. आइसोलेशन (isolation)/ isolation ward

isolation भी इंग्लिश शब्द है जिसका अर्थ होता है एकांत करना या अकेला करना। जब हम कहींं सुनते हैं किसी व्यक्ति को आइसोलेट (isolate) कर दियाा गया है तो उसका मतलब होताा है उस व्यक्ति को किसी एकांत जगह पर रख दिया गया है। जहां पर उसके अलावा कोई और व्यक्ति ना रहे। Isolation ward का मतलब होता है एकांत जगह।

जब कोई व्यक्ति गंभीर बिमारी के स्थिति में होता है और वह भी संपर्कशिल बीमारी से ग्रसित होता है। तो उसे आइसोलेट(isolate) कर दिया जाता है मतलब उसे सबसे अलग कर दिया जाता है। जिससे कोई स्वस्थ व्यक्ति उसके संपर्क में ना आए। इससे बीमारी को व्यापक रूप लेने से नियंत्रित किया जा सकता है।

6. वेंटीलेटर (Ventilator)

Ventilator का हिंदी में अर्थ होता है वायु प्रवाह। कोरोनावायरस मरीज को जब सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है तो उसे वेंटिलेटर अर्थात वायु प्रवाह दिया जाता है जिससे वह आसानी से सांस ले सके। Ventilator से मरीज को आक्सीजन प्रदान कियाा जाता है।

Ventilators

कोरोनावायरस से ग्रसित व्यक्ति को सांस लेने में दिक्कत होती है, यह एक कोरोनावायरस बीमारी का लक्षण है। इसकी इस समस्या से बाहर निकलने के लिए वेंटीलेटर का उपयोग किया जाता है। जिससे मरीज को सांस लेने में दिक्कत ना हो और उसका इलाज आसानी से हो सके।

7. Community Spread

community spread का अर्थ होता है सामुदायिक फैलाव। जब किसी एक ही स्थान पर कोरोनावायरस बहुत तेजी से फैल रहा होता है। तो उसे कम्युनिटी स्प्रेड अर्थात सामुदायिक फैलाव कहा जाता है। इससे लोगों में बहुत तेजीी से कोरोनावायरस फैलने का खतरा होता है।

Community spread सेेेे बचने के लिए घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। कम्युनिटी स्प्रेड यह महामारी का एक व्यापक रूप है। जिसे नियंत्रित करना बहुत ही कठिन होता है। कम्युनिटी स्प्रेड से बचने के लिए लोगों के बीच दूरी बनाए रखना बहुत ही आवश्यक है।

8. Self-Quarantine

Self-Quarantine meaning in hindi होता है खुद को पब्लिक जगह से अलग कर लेना। जब कोई व्यक्ति कोरोनावायरस से डर जाता है तो वह self-quarantine अर्थात खुद को बिना किसी के दबाव में आकर पब्लिक जगह से अलग कर लेता है।

जिससे उस व्यक्ति को कोरोनावायरस होने के संभावना आम लोगों के मुताबिक बहुत ही कम हो जाता है। कोरोनावायरस महामारी के दौरान ज्यादातर लोग self-quarantine हो गए थे। जो सुरक्षा की ओर एक बहुत ही समझदार भरा कदम है।

आपने क्या सीखा :-

आपने कोरोना वायरस महामारी के दौरान आए हुए मैंने शब्दों के बारे में जानकारी प्राप्त की है। अब आप भी इन शब्दों को लेकर आत्मविश्वास पूर्ण रहेंगे।

आपने क्वॉरेंटाइन meaning in hindi इसके साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग (social distancing), कोविड-19(Covid-19) पैंडेमिक(Pandemic), आइसोलेशन(isolation), वेंटिलेटर(ventilator), कम्युनिटी स्प्रेड (community spread) और self-quarantine जैसे शब्दों के बारे में अपनी जानकारी को विस्तारित किया है।

अभी भी कोई सवाल आपके मन में तो कमेंट में अवश्य पूछे।

Blogspot meaning in hindi के बारे में विस्तार से जानकारी आपको अवश्य पसंद आएगी।

यह बातें अवश्य जाने, आपको एक्सीडेंट के समय बहुत काम आएगी।

क्या आप भी पब्लिक स्पीकिंग सीखना चाहते हैं? तो इन 10 बातों को अवश्य जाने।

कैसे पता करें मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक है या नहीं ? Mobile number link with Aadhar card

मोबाइल नंबर आपके आधार कार्ड से लिंक है या नहीं? कौन सा मोबाइल नंबर मेरे आधार कार्ड से लिंक है ?दोस्तों, अगर आप जानना चाहते हैं कि आपका कौन सा मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक है या फिर कोई भी मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक है या नहीं। तो यह आर्टिकल आपके लिए है।

मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक कैसे करें?

अगर आपने यूट्यूब (Youtube) देखा होगा तो आपको बहुत सारी फर्जी वीडियो मिले होंगे उनमें से कुछ उपयोगी भी होंगे लेकिन ज्यादातर वीडियो फर्जी होते हैं। यहां मैं आपको पूरी जानकारी (Complete information) बताता हूं कि आपका कौन सा मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक है या नहीं ?

Step 1:

सबसे पहले आपको गूगल पर जाना होगा वहां पर आपको UIDAI सर्च करना होगा। यह सरकारी वेबसाइट है। आपको जो सबसे पहले वेबसाइट मिलेगी उस पर क्लिक करना होगा। जो कि नीचे की फोटो में दिखाया गया है।

जब आप UIDAI पर क्लिक करेंगे तो आपके सामने कुछ ऐसा दिखाई देगा जो कि नीचे के फोटो में दिखाया गया है।

Step 2:-

आप इसे थोड़ा ऊपर करेंगे तो आपको Aadhar Service लिखा हुआ दिखेगा। जो कि नीचे के फोटो में दिखाया गया है।

Step 3:-

इसमेंं आप verify an Aadhar number पर क्लिक करेंगे।

जब आप verify an Aadhar number पर क्लिक करेंगे तो आपको कुछ ऐसा दिखाई देगा जो कि नीचे की फोटो में दिखाया गया है।

Step 4:-

इसमें आप आधार नंबर और कैप्चा (Captcha) सावधानीपूर्वक भर देंगे। आधार नंबर और कैप्चा भरने के बाद Proceed to verify पर क्लिक करेंगे। तो आपकेेे सामने कुछ ऐसा दिखाई देगा। जो कि नीचे के फोटो में दिखाया गया है।

ऊपर की फोटो में आप देख सकते हैं जिस व्यक्ति का आधार कार्ड रहेगा उस व्यक्ति का आयु दिखाई देगा जो कि यहां 40 से 50 दिखाया गया है। Gender दिखाई देगा यहां पर Female का आधार कार्ड है। इसलिए Female दिखाया गया है। राज्य दिखाया गया है जो कि यहां पर उत्तर प्रदेश है, आपका आधार कार्ड किस राज्य का होगा वहीं राज्य यहां पर (दिखाएगा।

निष्कर्ष (Conclusion)

अंतिम में मोबाइल नंबर दिखाया गया है मोबाइल नंबर से लास्ट के 3 अंक को दिखाया जाता है। आपके पास जितने भी मोबाइल नंबर है उनमें से किसी एक मोबाइल नंबर के लास्ट का 3 डिजिट अगर इससे मेल होता है तो वही आपका नंबर होगा और अगर नहीं होता है।

तो आपको आधार केंद्र पर जाकर अपना नंबर फ्री में बदलवा सकते हैं। मोबाइल नंबर बदलवाने या आधार कार्ड से जोड़ने के लिए आपको किसी भी प्रूफ (Proof) की आवश्यकता नहीं होती है।

आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि पूरा मोबाइल नंबर क्यों नहीं दिखाते हैं तो पूरा मोबाइल नंबर इसलिए नहीं दिखाया जाता है क्योंकि कोई भी आपके आधार कार्ड के नंबर से आपके मोबाइल नंबर ले सकता है और आगे चलकर छेड़खानी कर सकता है।

Fraud call, bank details fraud etc जैसे अनेक कॉल आपके मोबाइल पर आ सकते हैं।

मोबाइल से Pan card अप्लाई कैसे करें? | Pan card के लिए कौनसा डॉक्यूमेंट चाहिए ?

हेल्लो दोस्तों, क्या आप भी पैन कार्ड घर बैठे बनाना चाहते हैं? तो इस पोस्ट को ध्यान से पढ़े। आज के समय में आपको पैन कार्ड बनाने के लिए कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है।

आप अपना पैन कार्ड घर पर ही अपने फोन से बना सकते हैं। मैं आपको एकदम आसान तरीके से समझा देता हूं कि घर बैठे पैन कार्ड अपने फोन से या कंप्यूटर से कैसे बना सकते हैं। चलिए मैं आपको एक एक स्टेप से बताता हूं।

मोबाइल से Pan Card के लिए अप्लाई कैसे करें?

Pan card अप्लाई करने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स निचे बताये गए है। इन सभी स्टेप्स का पालन करके आप घर बैठे ही पैन कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।

Step 1. Income tax की वेबसाइट पर जाएं।

पैन कार्ड बनाने के लिए सबसे पहले आपको गूगल पर जाना होगा और वहां पर Pan card income tax लिखना है। तो आपके मोबाइल में कुछ ऐसा दिखाई देगा। जो कि नीचे की आकृति में दिखाया गया है। आपको इस वेबसाइट पर क्लिक करना है।

आप इस पर क्लिक करेंगे तो आपको कुछ ऐसा दिखाई देगा। जो कि नीचे की आकृति में दिखाया गया है।

आपको इस पर दो ऑप्शन दिखाई देता है जो कि ऊपर की आकृति में दिखाया गया है। पहला ऑप्शन है गेट न्यू पैन (Get new PAN) मतलब आपको नया पैन कार्ड बनाना है तो आप चिन्हित किए गए बटन पर क्लिक करेंगे। तो आपके सामने कुछ ऐसा फॉर्म आएगा। जो कि नीचे की आकृति में दिखाया गया है।

Step 2. अब आप फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें।

अब आप हर एक जानकारी ध्यान से भरना शुरू करेंगे। चिन्हित किए गए स्थान पर आप अपने आधार कार्ड का नंबर ध्यानपूर्वक डालिए। जो कि नीचे की आकृति में दिखाया गया है।

उसके बाद नीचे एंटर कैप्चा (Enter Captcha) के स्थान पर आपको जो सामने लिखा हुआ दिखाई देता है वही आपको भरना है जैसे कि यहां पर लिखा हुआ है V86CQC तो मैं यही भर लूंगा। जो कि नीचे की आकृति में दिखाया गया है। आपके मोबाइल में इसके स्थान पर कुछ और ही लिखा हुआ आएगा तो आपको अपने मोबाइल वाला ही (Captcha) भरना है ।

यह भरने के बाद आपको एक छोटा सा बॉक्स दिखाई देता होगा जो नीचे की आकृति में चिन्हित किया गया है उस पर क्लिक करना है।

ऊपर बताए गए सभी जानकारी भरने के बाद आपको कुछ ऐसा दिखाई देगा जो कि नीचे की आकृति में दिखाई देती है। उसके बाद आप चिन्हित किए गए (Generate Aadhar OTP) बटन पर क्लिक करेंगे।

नोट :-

पैन कार्ड बनाने के लिए आधार कार्ड होना जरूरी होता है और वह आधार कार्ड आपके मोबाइल नंबर से लिंक होना चाहिए। अगर आपके पास आधार कार्ड नहीं है और अगर है तो वह मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है तो आप इस माध्यम से पैन कार्ड नहीं बना सकते है।

कैसे पता करें मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक है या नहीं ?

Step 3. अब आपके आधारकार्ड से रजिस्टर मोबाइल नंबर पर OTP आएगा। वह OTP नंबर डालें।

जैसे ही आप Generate Aadhar OTP वाले बटन पर क्लिक करेंगे। आपका जो मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक है उस मोबाइल नंबर पर एक OTP आएगा। उस ओटीपी को नीचे दर्शाए गए स्थान पर भर देंगे।

उसके बाद नीचे फोटो में दर्शाए गए छोटे से बॉक्स पर क्लिक करना है।

अब आपको Validate Aadhar OTP and Continue वाले बटन पर क्लिक करना है। इस बटन पर क्लिक करने केे बाद आपकेेे सामने कुछ ऐसा दिखाई देगा जो नीचे की आकृति में दर्शाया गया है।

Step 4. सब भरने के बाद Submit बटन पर क्लिक करें।

नीचे की आकृति में एक छोटा सा बॉक्स तीर के माध्यम सेे दिखाने की कोशिश किया गया है उस पर क्लिक करना है। उसके बाद Submit PAN request वाले बटन पर क्लिक करना है।

इस बटन पर आपको क्लिक करने के बाद नीचे दी गई फोटो के अनुसार आपको एक नंबर मिलेगा इस नंबर को सावधानीपूर्वक कहीं नोट कर लें यह बहुत ही उपयोगी नंबर होगा उदाहरण के तौर पर नीचे की फोटो में दर्शाया गया नंबर से आपका नंबर अलग होगा। आप उस नंबर को अवश्य नोट करें।

Step 5.

अब आप 15 मिनट के बाद चेक स्टेटस (Check Status) जो कि लाल कलर से लिखा हुआ है उस पर क्लिक करें। जो नीचे के फोटो में चिन्हित किया गया है।

अगर आप लाल रंग से लिखा हुआ बटन पर क्लिक करते हैं तो आपके सामने नीचे दर्शाए गए चित्र के अनुसार दिखाई देगा।

उपरोक्त बताए गए जानकारी के अनुसार इसमें भी आधार नंबर और कैप्चा (Captcha) भरकर Submit वाले बटन पर क्लिक करें जो कि नीचे फोटो में दर्शाया गया है।

जब आप Submit वाले बटन पर क्लिक करते हैं तो आपके मोबाइल नंबर जो आपके आधार कार्ड से लिंक है। उस पर एक ओटीपी जाएगा और नीचेेेेे दर्शाए गए फोटो के अनुसार ओटीपी (OTP) को भर देना है।

Step 6. अपना इ-पैनकार्ड डाउनलोड कर सकते है।

OTP को भरने के बाद आपको Download का बटन दिखेगा उस बटन पर क्लिक करने पर आपको नीचे दर्शाए गए फोटो के अनुसार आपके मोबाइल में दिखेगा। उसमें आधार कार्ड पर जो जन्मदिन है वही जन्मदिन का तारीख (Date) डालना होता है।

नोट :-

उदाहरण के तौर पर मान लीजिए आपका जन्मदिन 4 मई 1995 है तो इसमें 04/05/1995 नहीं डालना है आपको इसमें 04051995 यह डालना है। जो कि नीचे के फोटो में स्पष्टता से दर्शाया गया है। और अगर आपका जन्मदिन 15 अक्टूबर 1995 है तो आपको 15101995 यह डालना है।

जब आप अपना पासवर्ड अर्थात जन्मदिन का तारीख स्पष्टता से डालेंगे तो आपका पैन कार्ड नीचे दिए गए फोटो के अनुसार दिखेगा। इसका आफ जेरॉक्स (Xerox) या कलर प्रिंट आउट निकालकर आप कहीं भी उपयोग कर सकते हैं।

यह पैन कार्ड ई-पैनकार्ड है। यह आम पैन कार्ड की तरह ही कार्य करता है यहां आपका पैन कार्ड बनाने का प्रक्रिया समाप्त होता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

उपरोक्त आपको Online Pan Card अप्लाई करने से सम्बंधित सभी जानकारी बता दी गयी है। इस स्टेप्स का पालन करके आप ऑनलाइन पैन कार्ड आसानी से अप्लाई कर सकते है।

पैन कार्ड अप्लाई करने के बाद कम से कम एक महीने के अंदर ही आपके घर तक पहुंच जाता है।

अगर आपको किसी भी प्रकार का सवाल है तो आप कमेंट में अवस्य पूछें। आपको अवश्य मदद किया जायेगा।

Freefire OB22 Latest update in Hindi: Freefire के नए अपडेट की विशेषताएं

दोस्तों, अगर आप फ्री फायर खेलते हैं और फ्री फायर अच्छा लगता है तो आप खुश हो जाइए क्योंकि 3 जून 2020 को एक नया अपडेट आने वाला है। इसमें क्या-क्या नया आएगा चलिए हम आगे देखते हैं

  • फ्री फायर का नया अपडेट 3 जून 2020 को आएगा।
  • अपडेट में नए-नए कैरेक्टर जाएंगे, कोई भी एक नया पालतू जानवर रहेगा और एक नया गेममोड भी इसमें शामिल होगा।
  • एक नया कैरेक्टर क्लु (Clu) के साथ-साथ वुल्फराह (wolfrahh), पालतू कबूतर, ग्रिम रीपर मोड, और बहुत कुछ इस अपडेट में आएगा।
  • चलिए देखते हैं यह सब क्या क्या होता है और इसके क्या फायदे हैं।

फ्री फायर (freefire) OB22 अपडेट की विशेषताएं,

#1 क्लू कैरेक्टर(clu character)

एक नई खूबसूरत महिला पात्र क्लू मॉडर्न प्राइवेट आई सेट’ के साथ इस कैरेक्टर में जोड़ा जाएगा।क्लू एक आधुनिक दिन निजी जासूस है और ऐसे खिलाड़ियों का पता लगाने की क्षमता रखता है जो 50 मीटर दूर से जमीन पर नहीं सो रहे हो। यह कैरेक्टर्स सिर्फ लेवल 4 के ऊपर वाले लोग ही ले सकते हैं।

# 2 वुल्फराह पात्र (wolfrahh character)

इस फ्री फायर के अपडेट में सबसे बढ़िया अपडेट मुझे यही लगा। वुल्फराह पात्र एक मेल कैरेक्टर है यह दुश्मन (Enemy) से पड़ने वाले 25% headshot को कम कर देता है और इसके अलावा यह दुश्मन को मारने पर 15% क्षति (Damage) को बढ़ा देता है। यह बहुत ही शानदार कैरेक्टर है। इसका उपयोग करके हम बहुत ही तेजी से अपना लेवल बढ़ा सकते हैं।

#3 Falco Pet

अभी बहुत ही उपयोगी अपडेट है। फाल्को को एक पक्षी है जो पैराशूट खुलने पर नीचे उतरने की गति को बढ़ा देती है। जिससे हम दुश्मन से जल्दी नीचे उतर सकते हैं और जल्दी से बंदूक लेकर हम दुश्मन को आसानी से मार सकते हैं। अभी अपडेट मुझे बहुत ही अच्छा लगा।

#4 ग्रिम रीपर मोड(Grim Reaper Mode)

ग्रिम रीपर मोड में, खिलाड़ी को एक निश्चित मात्रा में रीपर पावर एकत्र करने के बाद ग्रिम रीपर में बदलना होगा। ग्रिम रीपर में बदलने के बाद, वह एक ही शॉट में दुश्मन को मार सकता है। जो सबसे पहले 20 दुश्मन को मारेगा वही इस गेम को जीतेगा। यह भी बहुत ही मजेदार गेम है। इसे खेलने के बाद आपको बहुत ही मजा आएगा।

#5 नया ट्रेनिंग ग्राउंड

इसमें आप ट्रेनिंग कर सकते हैं। आप अपने कौशल को इसमें बढ़ा सकते हैं। के नाम से पता चलता है कि यह एक ट्रेनिंग ग्राउंड है इसमें आप सिर्फ ट्रेनिंग कर सकते हैं। जिससे आपका कौशल और बढ़ सकता है और निखर कर सामने आएगा। इसमें दो अलग-अलग प्रकार के जोन जोड़े गए हैं। जो इस ट्रेनिंग ग्राउंड की विशेषताएं है।

#6 M82B Gun

M82B Gun यह बहुत ही खतरनाक बंदूक है। यह स्नाइपर (sniper) बंदूक है। जो एक गोली में ही एनिमी को मार सकती है। इतना पावरफुल होने के बावजूद यह सिर्फ एयरड्राप (airdrope) में ही मिलेगा। इस गन से किसी भी एनिमी को सिर्फ एक ही गोली से मार सकते हैं। यह Kar98 से भी खतरनाक बंदूक है। मैं इसका उपयोग जरूर करना चाहूंगा।

5G नेटवर्क का स्पीड कितना होगा ?|4G vs 5G| 5G इंटरनेट कैसे चला सकते हैं ?

मोबाइल इंटरनेट की दुनिया में क्रांति अभी शुरू होने वाली है। Qualcomm का कहना है कि 4G LTE स्पीड के बाद 5G अगली क्रांति होगी। इसकी स्पीड 4G की तुलना में कई गुना अधिक तेज होगा। 5G का अधिकतम स्पीड 20 Gbps तक हो सकता है, बेहतर कवरेज और विश्वसनीयता, कम विलंबता और बेहतर जीवन प्रदान करेगा।

लेकिन वास्तव में 5G क्या है? यह भारत में कब आएगा? और 5G नेटवर्क के लिए कितने विभिन्न प्रकार की तकनीकों की आवश्यकता होती है? चलो पता करते हैं!

5 G का मतलब होता है Fifth Generation अर्थात पांचवीं पीढ़ी

1G का मतलब होता है (First Generation) या पहली पीढ़ी, 2G का मतलब होता है (Second Generation) दूसरी पीढ़ी होता है। इस तरह से 5G का मतलब होता है फिफ्थ जनरेशन (Fifth Generation).

5G क्या है और भारत में कब आएगा। ( 5G india me kab aayega )

5G (fifth generation) 5वीं पीढ़ी का मोबाइल नेटवर्क है। यह 1G, 2G, 3G और 4G नेटवर्क के बाद एक नया वैश्विक wireless नेटवर्क है। 5G नेटवर्क आने से लगभग हर चीज इंटरनेट से जुड़ जाएंगी।

भारत में पिछले करीब 2 सालों से 5G को लेकर चर्चा हो रही है। लेकिन अब चीन, जापान, अमेरिका और यहां तक कि दक्षिण कोरिया जैसे- देशों में इसका इस्तेमाल शुरू हो गया है| जबकि भारत इस मामले में थोड़ा पीछे रह गया था। अब भारत में भी 5G उपलब्ध हो गया है।

इसके अतिरिक्त, 5G low latency प्रदान करता है। समग्र रूप से अच्छा उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान कर सकता है ताकि जब उपयोगकर्ता घूम रहे हों तब भी डेटा गति बनी रहे।

5G का स्पीड कितना होगा।

4G LTE स्पीड के बाद 5G अगली क्रांति होगी। इसकी स्पीड 4G की तुलना में 100 गुना अधिक तेज होगा। Qualcomm के अनुसार 5G का अधिकतम स्पीड 20 Gbps तक हो सकता है।

5G नेटवर्क बेहतर कवरेज और विश्वसनीयता, कम विलंबता और बेहतर जीवन प्रदान करेगा।

5G इतना फ़ास्ट होगा कि आप एक Full HD movie सिर्फ 3 सेकंड में ही डाउनलोड कर सकते हैं। जो की 4G नेटवर्क से मूवी डाउनलोड करने में कभी कभी घंटो लग जाते थे।

वीडियो कालिंग एकदम स्मूथ हो जायेगा। वीडियो कॉलिंग के दौरान कोई लैग नहीं होगा। 5G के आने से हम फुल HD में वीडियो कालिंग कर सकते हैं।

गॉव दराज में भी नेटवर्क की कोई परेशानी नहीं होगी। क्योकि इसका सिगनल बहुत ही पावरफुल होगा।

4G vs 5G में तुलना।

यहाँ आपको 4G तथा 5G के बारे में विस्तार से तुलना किया गया है।

4G और 5G का तुलनात्मक दृश्टिकोण :

4G टेक्नोलॉजी 5G टेक्नोलॉजी
4G यह Forth Generation की टेक्नोलॉजी है। 5G यह नए ज़माने की Fifth Generation टेक्नोलॉजी है।
4G टेक्नोलॉजी का अधिकतम अपलोड स्पीड 500 Mbps हैं। जबकि 5G टेक्नोलॉजी का अधिकतम अपलोड स्पीड 1.20 Gbps होगा।
4G का अधिकतम डाउनलोड स्पीड 1 Gbps हैं। 5G का अधिकतम डाउनलोड स्पीड 2.5 Gbps हैं।
4G तकनीक की Latency लगभग 50 ms है। 5G तकनीक की Latency लगभग 1 ms से भी कम है।
4G विभिन्न प्रकार के device के बारे में जानकारी नहीं देता है। जबकि 5G नेटवर्क आप किस device पर उपयोग कर रहें हैं। इसकी पूरी जानकारी देता है।
4G का उपयोग उच्च गति अनुप्रयोगों, मोबाइल टीवी, पहनने योग्य उपकरणों के लिए किया जा सकता है। जबकि 5G का उपयोग high HD वीडियो स्ट्रीमिंग, वाहनों के रिमोट कंट्रोल, रोबोट और चिकित्सा प्रक्रियाओं के लिए किया जा सकता है।
यह 5G की तुलना में धीमा और कम कुशल है। यह 4G . की तुलना में तेज़ और अधिक कुशल है।
comparision between 4G vs 5G ( Source: geeksforgeeks )

5जी का मालिक कौन है ?

कोई भी एक कंपनी या एक व्यक्ति 5G का मालिक नहीं है लेकिन बहुत सारी नेटवर्क कंपनियां है जो 5जी को लाने में मदद करते हैं। उदाहरण के तौर पर एयरटेल,आइडिया, जिओ, वोडाफोन इत्यादि यह सभी नेटवर्क कंपनियां भारत में 5G लाने में सहायक सिद्ध हो सकती है।

अप्रत्यक्ष रूप से ये कंपनियां 5G का मालिक है। लेकिन कोई भी एक व्यक्ति या एक कंपनी 5G का मालिक नहीं हो सकती है।

जिओ(JIO) जैसी कंपनियां यह दावा करती है कि उनका 5G नेटवर्क इंडिया में स्थापित हो गया है, उनका मानना है कि अगर ज्यादातर मोबाइल कंपनियां 5G मोबाइल को पब्लिक में उपलब्ध करा देती है तो हम 5G नेटवर्क लोगों को भी उपलब्ध कराएंगे।

Kbps,Mbps ओर Gbps क्या होता है और इसका फुल फॉर्म क्या है।

दोस्तों आगे बढ़ने से पहले आप यह जान लीजिए कि जिस प्रकार गति या स्पीड को मापने के लिए mps(meter per second), Kmps(Kilometer per second) जैसे पैमाने का उपयोग होता है।

इसी प्रकार इंटरनेट नेटवर्क की स्पीड को नापने के लिए kbps(Kilobytes per second), Mbps(Megabytes per second) और Gbps(Gigabytes per second) जैसे पैमाने का प्रयोग होता है। इसमें kbps सबसे छोटा पैमाना है और Gbps सबसे बड़ा पैमाना है।

1G से 5G तक का सफ़र।

पहले की जनरेशन का मोबाइल नेटवर्क 1G, 2G ,3G और 4G है। आइए, हम सब एक-एक करके इनमेंं विविधताए देखते हैं।

First Generation-1G (1980 में आया )

  1. यह सिर्फ एनालॉग सिग्नल पर कार्य करता था।
  2. इसका स्पीड 2.5kbps था। जो आज के जमाने में कोई भी इसका उपयोग नहीं करना चाहेगा।
  3. 1G यह सिर्फ नेटवर्क प्रणाली का आरंभ था।

Second Generation-2G (1990 में आया)

  1. इस जनरेशन में एनालॉग सिगनल, डिजिटल सिगनल में बदल गया।
  2. जिसके कारण पहले के मुकाबले मोबाइल फोन छोटा हो गया था।
  3. इसका स्पीड 40 kbps था। जो कि 1G के मुकाबले बहुत ही अच्छा था।

Third Generation-3G (2000 में आया।)

  1. इसमें लोग इंटरनेट का उपयोग करने लगे।
  2. इस जनरेशन में बहुत सारे लोग इंटरनेट की तरफ जाने लगे।
  3. स्काई स्पीड लगभग 3Mbps था।

Forth Generation-4G (2010 में आया।)

  1. इसने नई-नई स्मार्ट मोबाइल कंपनियां उभर कर आई।
  2. इस जनरेशन में लगभग पूरा दुनिया इंटरनेट से जुड़ चुका था।
  3. इसका स्पीड 50mbps है। इतना स्पीड हमारे फोन में नहीं दिखाता है क्योंकि एक ही नेटवर्क का बहुत से लोग उपयोग करते हैं। यह स्पीड उस कंपनी के मेन ऑफिस में ही दिखाता है।

Fifth Generation-5G (2021-2022 में आएगा।)

  1. 5G Technology आने के बाद दुनिया बहुत तेजी से प्रगति करने लगेगी।
  2. बड़े-बड़े शहरों में स्कूल कॉलेज डिजिटल हो जाएंगे जिससे छात्रों को किताबों का बोझ सहन नहीं करना पड़ेगा। उन्हें पढ़ने के लिए सिर्फ एक लैपटॉप की जरूरत होगी।
  3. बड़ी-बड़ी कंपनियां भी डिजिटल हो जाएंगे जिससे उनका काम बहुत ही तेजी से हो सकता है।
  4. 5G का स्पीड 50mbps से लेकर 2Gbps होगा। जो कि बहुत ही ज्यादा है।

5G Technology का क्या नुकसान है।

दोस्तों, 5G Technology का हमारे जीवन में जिस तरह हमें फायदा है उसी तरह बहुत बड़े इसके नुकसान भी हैं।

5G Technology के आने से हमारे वायुमंडल में उच्च आवृत्ति (High Frequency) वाले पराबैंगनी किरणें बढ़ जाएंगे जिससे हमारे डीएनए (DNA) को क्षति होने का खतरा बना रहेगा।

यह पराबैगनी किरण (Ultraviolet rays) हमें नग्न आंखों से नहीं दिखाई देती है। डीएनए क्षति होने से हमें बहुत नुकसान होते हैं, हमारी आयु कम हो जाती है हमें कैंसर होने का संभावना बढ़ जाता है और विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याएं उत्पन्न होती है।

उच्च आवृत्ति वाली तरंगों के कारण बहुत सारे छोटे-छोटे पशु पक्षी विलुप्त हो जाएंगे। जिनकी जनसंख्या 4G के आने से कम हो गई है।

हालाँकि, कंपनियों का यह कहना है कि 5G से कोई खतरा नहीं होगा। इसे सीमित तौर पर प्रसारित किया जायेगा।

5G भारत में कब आएगा ?

5G Technology in India

अगस्त में Airtel Telecom अपने 5G नेटवर्क की डिलीवरी शुरू करेगी। अगस्त 2022 में 5G की तैनाती शुरू करने के लिए, Airtel ने Ericsson, Nokia और Samsung के साथ 5G नेटवर्क के लिए समझौते किए हैं। भारत में 5G सेवा शुरू करने वाली पहली बड़ी दूरसंचार कंपनी एयरटेल होगी।

भारत में 5G के स्मार्टफोन उपलब्ध है। बड़ी-बड़ी कंपनियां भारी मात्रा में 5G फ़ोन लांच कर रही है।

जियो (JIO) और Airtel जैसी बड़ी कंपनियां ने 5G Technology लॉन्च करने की पूरी तैयारी कर ली है। बस अब 5G भारत में लांच हो गया है।

क्या हमें 5G नेटवर्क का उपयोग करने के लिए 5जी मोबाइल लेना पड़ेगा?

हां, जिस तरह हम 4G नेटवर्क का उपयोग करने के लिए 4G मोबाइल लेना पड़ता है उसी प्रकार 5G नेटवर्क का उपयोग करने के लिए भी 5G मोबाइल लेना पड़ेगा।

भारत में SAMSUNG, Realme, OnePlus और MI ( Xiaomi ) जैसी कंपनियां 5G फोन लॉन्च कर चुकी है।

यह 5G फोन भारत के बहुत ही कम उपयोगकर्ताओं के पास है। जैसे-जैसे 5G मोबाइल के उपयोगकर्ता भारत में बढ़ेंगे। तभी 5G नेटवर्क का विस्तार होने लगेगा।

अवश्य पढ़ें:- दुर्घटना के समय आपका बहुत सहायता करेगा।

निष्कर्ष ( Conclusion )

5G Technology आने के बाद लगभग सब कुछ रिमोट कंट्रोल हो जाएगा। दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ने लगेगी। जो आज असंभव लग रहा है वह शायद 5G आने के बाद संभव हो सकता है।

*अगर आपको उपरोक्त पोस्ट पढ़ने में कोई भी समस्या आई है तो हमे कमेंट (comment) में अवश्य बताएं ताकि हम उसे सुधार सके। कोई सवाल है तो उसे भी पूछ सकते हैं। *

धन्यवाद।